अहमदाबाद,। पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला की हाई-प्रोफाइल हत्या मामले में आरोपी गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई को यहां साबरमती सेंट्रल जेल में उच्च सुरक्षा वाले वार्ड में स्थानांतरित कर दिया गया। यह कदम 195 करोड़ रुपये के ड्रग्स मामले में उसकी संलिप्तता के सिलसिले में उठाया गया है।
बिश्नोई को पहले दिल्ली की तिहाड़ जेल में रखा गया था, लेकिन बाद में इस साल अप्रैल में गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ते (एटीएस) को सौंप दिया गया। उसकी गिरफ्तारी पाकिस्तान से जुड़ी कथित नशीली दवाओं की तस्करी गतिविधियों से जुड़ी थी।
गुजरात एटीएस ने पिछले साल 14 सितंबर को भारतीय तटरक्षक बल के साथ मिलकर कच्छ जिले के जखाऊ बंदरगाह के पास मछली पकड़ने वाले पाकिस्तानी जहाज ‘अल तय्यसा’ को रोका था। ऑपरेशन में लगभग 195 करोड़ रुपये मूल्य की 40 किलोग्राम हेरोइन बरामद हुई थी।
ऑपरेशन में छह पाकिस्तानी नागरिकों को भी गिरफ्तार किया गया, जो रोके गए जहाज पर सवार थे। जांच में दिल्ली और पंजाब में वितरण के लिए जब्त की गई हेरोइन के साथ पाकिस्तान से भारत में नशीले पदार्थों की तस्करी से जुड़े एक बड़े सांठगांठ का खुलासा हुआ।
आगे की जांच में दिल्ली के दो निवासियों की संलिप्तता का पता चला, जिन्हें प्रतिबंधित पदार्थ प्राप्त करना था। उन्हें अधिकारियों द्वारा तुरंत पकड़ लिया गया। यह पाया गया कि मादक पदार्थों की तस्करी का नेटवर्क दो तस्करों द्वारा संचालित किया गया था, जिसमें एक नाइजीरियाई नागरिक भी शामिल था, जो पहले से ही पंजाब की जेलों में बंद थे।
गुजरात पुलिस ने 2021 के मोरबी ड्रग्स जब्ती में लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के सदस्य भोला शूटर के रूप में भी जाने जाने वाले भारत भूषण की भूमिका का भी खुलासा किया। भूषण, जिसकी हाल ही में जेल में मौत हो गई, कथित तौर पर जेल परिसर से पंजाब में ड्रग्स नेटवर्क का संचालन कर रहा था।