देश ही नहीं बल्कि दुनिया में संगीत से अपनी पहचान बनाने वाले मशहूर रैपर और सिंगर हनी सिंह बुधवार को 40 वर्ष के हो गए हैं। कम ही लोग जानते हैं कि योयो हनी सिंह का असली नाम हिरदेश सिंह है। रैपिंग की दुनिया में प्रवेश करने के बाद उन्होंने अपना नाम बदल कर ‘योयो हनी सिंह’ रख लिया। यूट्यूब से अपने करियर की शुरुआत करने वाले हनी सिंह एक समय इंटरनेट सेंसेशन बन गए थे। हालांकि, उनके जीवन में एक समय ऐसा भी आया जिसने उनके पूरे करियर को खतरे में डाल दिया।
सिंगर हनी सिंह का जन्म दिल्ली में हुआ था। हनी ने यूके में ट्रिनिटी स्कूल में संगीत का अध्ययन किया। इसके बाद उन्होंने दिल्ली आकर रैप करना शुरू किया। जब लोगों ने पहली बार हनी सिंह का रैप सुना तो लाखों लोग उनके फैन हो गए। हनी सिंह ने दिलजीत दोसांझ के साथ ‘लक 28 कुड़ी दा’ गाना गाया। उनका ये गाना भी सुपरहिट रहा था।
हनी सिंह को फिल्म ‘शकल पे मत जा’ में गाए डेब्यू सॉन्ग से बॉलीवुड में एक नई पहचान मिली थी। उस वक्त उन्हें फिल्म ‘मस्तान’ के एक गाने के लिए 70 लाख रुपये दिए गए थे। उनका गाया गया गाना ‘अंगरेसी बीट’ सैफ अली खान की फिल्म ‘कॉकटेल’ में लिया गया था। हनी सिंह और दिलजीत सिंह का गाना ‘लक 28 कुड़ी दा’ बीबीसी डाउनलोड चार्ट में सबसे ऊपर है। योयो हनी सिंह को सबसे ज्यादा लोकप्रियता फिल्म ‘चेन्नई एक्सप्रेस’ और ‘बॉस’ के गानों से मिली। हनी के गाने ‘लुंगी डांस’ को लोगों ने खूब प्यार दिया।
हनी सिंह अपनी पॉपुलेरिटी के चरम पर थे और उसी समय उनके जीवन में विवाद शुरू हो गए। उनके कुछ गानों के बोल पर लोगों ने आपत्ति जताई थी। उसके खिलाफ कई राज्यों में मामले दर्ज किए गए। इसी बीच हनी सिंह अचानक बॉलीवुड से गायब हो गए। इस दौरान वह जमकर शराब पीने लगे। उनकी लत इस हद तक बढ़ गई कि उन्हें इलाज के लिए रिहैबिलिटेशन सेंटर में भर्ती कराना पड़ा।
हालांकि बाद में हनी सिंह ने कहा कि ये सब बातें अफवाह हैं। उनका कहना था कि ‘मैं बाइपोलर डिसऑर्डर से जूझ रहा हूं। यह सब 18 महीने तक चलता रहा, इस दौरान मैंने चार डॉक्टर बदले। दवाइयां काम नहीं कर रही थीं। मेरे साथ अजीब चीजें हो रही थीं।
बाइपोलर डिसऑर्डर एक गंभीर मानसिक बीमारी है, इन सबसे उबरकर हनी सिंह ने एक बार फिर मनोरंजन जगत में दमदार वापसी की है।