गाजियाबाद। गाजियाबाद में आसमान से आफत की बारिश आई। एक तरफ जहां जगह-जगह जलभराव की तस्वीरें नजर आई। वहीं दूसरी तरफ लोनी के कुछ निचले इलाकों में मकान पानी में डूबने लगे। एनडीआरएफ की टीम ने लोगों को सुरक्षित निकाला।
लोनी क्षेत्र के दौलतनगर के घरों में आठ से 12 फुट तक पानी भर गया। लोगों ने घरों की छतों पर जाकर जान बचाई। रात में बचाव ऑपरेशन के लिए एनडीआरएफ जवानों को लगाया गया। टीम ने रस्सी और नाव के सहारे लोगों को डूबे घरों से बाहर निकाला और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। रेस्क्यू ऑपरेशन करीब चार घंटे तक चला। इस दौरान 33 लोगों और पांच जानवरों की जान बचाई गई।
एनडीआरएफ प्रवक्ता नरेश चौहान ने बताया, शाम साढ़े सात बजे के आसपास सूचना मिली थी कि दौलतनगर इलाके में कुछ लोग बारिश के जलभराव में फंस गए हैं। शाम 7.40 बजे एनडीआरएफ बटालियन से नौ सदस्यीय फ्लड रेस्क्यू टीम रवाना की गई। ये टीम मोटरबोट, रस्सी, लाइफ बॉय, लाइफ जैकेट सहित सभी फ्लड उपकरणों से लैस थी। एसीपी रजनीश उपाध्याय भी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंच गए।
यहां के ज्यादातर घरों में आठ से 12 फुट तक पानी भरा हुआ था। घरों के निचले हिस्से पानी में पूरी तरह डूब चुके थे। कई लोग अपनी जान बचाने के लिए घर की छत पर चढ़े हुए थे। इसमें ज्यादातर बच्चे और महिलाएं थीं। एनडीआरएफ और पुलिस टीम ने मोटरबोट से एक-एक घर पर जाकर वहां फंसे बच्चों, महिलाओं और युवकों को सुरक्षित बाहर निकाला। एनडीआरएफ का रेस्क्यू ऑपरेशन रात 12 बजे तक चलता रहा।
लोनी क्षेत्र के एसीपी रजनीश उपाध्याय ने बताया कि सभी लोगों को निकालकर नजदीकि शेल्टर होम में पहुंचा दिया गया है। यहां जिला प्रशासन की तरफ से इनके खाने और रहने का प्रबंध किया जा रहा है। एसीपी ने बताया कि यह एक निचली बस्ती है जिस कारण यहां घरों में पानी घुस गया था।