Friday, September 20, 2024

कैराना में कलेक्शन सेंटर की आड़ में चल रहीं हैं अवैध पैथोलॉजी

कैराना। नगर में दर्जनभर से ज्यादा अवैध पैथालॉजी लैब संचालित हैं। लेकिन इनका संचालन रोकने के लिए स्वास्थ्य विभाग गंभीर नहीं है। इन पैथालॉजी लैब का स्वास्थ्य विभाग में पंजीयन भी नहीं है। जबकि नर्सिंग होम एक्ट के तहत विभाग में पंजीयन होना जरूरी है।

 

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ब्लड कलेक्शन की आड़ में इन पैथालॉजी में सभी प्रकार की जांचे की जा रही हैं। स्वास्थ्य विभाग द्वारा ठोस कदम नहीं उठाए जाने से शासन एवं स्वास्थ्य विभाग के आदेश का उल्लंघन हो रहा है, जिसमें अवैध पैथालॉजी तत्काल बंद कराने के आदेश दिए गए हैं।आदेश के तहत माह में एक बार पैथाेलॉजी की जांच करना अनिवार्य है,लेकिन इसके बाद भी विभाग द्वारा आज तक कार्यवाही नहीं की गई है।नगर के लोगो में डेंगू, मलेरिया,जैसी गंभीर बीमारी के मरीज मिले हैं। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग ने इस ओर कोई कदम नहीं उठाया है।

 

 

वहीं कई पैथालॉजी तो ऐसी हैं जिनमें नाम पैथॉलोजिस्ट डाॅक्टर का डला है लेकिन संचालित कोई और कर रहा है। स्वास्थ्य विभाग ने आज तक इन पर जांच नहीं की है। नगर की गली, चौराहों पर ऐसी कई पैथालॉजी मिल जाएगी जो संचालित हो रही है। पैथालॉजी लैब की जांच यह बताती है कि मरीज को कौन सी बीमारी है।

 

 

एवं डॉक्टर जांच के आधार पर ही तय करते हैं कि मरीज को कौन सी बीमारी का कितना इलाज दिया जाना चाहिए लेकिन यदि जांच ही संदेह के घेरे में हो तो इलाज सहीं नहीं होगा। कहीं ऐसा ना हो जिस लैब से वह जांच करा रहे हो, उस मशीन से गलत जांच हो जाए और आपको सही रोग का पता ही चले।

 

क्लीयरेंससर्टिफिकेट जरूरी

लैब के संचालकों के पास लैब का क्लीयरेंस सर्टिफिकेट जरूर हाेना चाहिए। इस सर्टिफिकेट के तहत लैब में उपयोग होने वाली मशीनों का ऑडिट इंजीनियर द्वारा कराया जाता है। ऑडिट में इस बात का खुलासा होता है कि जांच मशीन सही जांच कर रही है कि नहीं यदि वह सही या गड़बड़ जांच कर रही है तो उसका प्रतिशत क्या है, उसके बाद इंजीनियर उसका सर्टिफिकेट जारी करता है। जैसे ब्लड में कितना कोएग्युलेंट तथा अन्य केमिकल मिलाया गया है। उसकी मात्रा, सेंपलिंग एक्सपायरी डेट टेस्ट ट्यूब में लिखना, मरीज काे कौन सी बीमारी है, कौन सी बीमारी की संभावना है तथा मरीज को आगे कौन सी जांच कराना उचित हाेगा आदि बाते लिखी होना जरूरी है लेकिन अवैध पैथालॉजी संचालक इन बातो का ध्यान नहीं रखते है।अब देखना यहा है की स्वास्थ्य विभाग नगर में फैली इन अवैध पैथोलॉजी लेब पर कार्यवाही कब करती है या नहीं?

 

क्या कहते हैं अधिकारी

स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार पैथोलॉजी लैब पर जांच करती रहती है। काफी समय से कैराना में नहीं की गई है। टीम गठित कर कैराना कस्बे में पैथोलॉजी लैब की जांच की जाएगी और उचित कार्यवाही की जाएगी।
डा विनोद कुमार
एडीशनल सीएमओ

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