गाजियाबाद। साहिबाबाद थाना क्षेत्र के मोहननगर में दहेज नहीं देने पर विवाहिता को बंधक बनाकर भूखा-प्यासा रखने का मामला आया है। आरोप है कि विवाहिता की बुरी तरह पिटाई के बाद पति और अन्य लोग उन्हें ऑटो में डालकर मसूरी नहर में फेंकने जा रहे थे। सूचना पर पुलिस ने महिला को बचाया। महिला की लिखित शिकायत पर पति, दो जेठ और जेठानी पर केस दर्ज हुआ है।
विजयनगर की महिला ने पुलिस को बताया कि 25 नवंबर 2020 को मोहित से शादी हुई थी। विवाह में पिता ने 10 लाख रुपए खर्च किए थे लेकिन शादी के कुछ दिनों बाद ही ससुरालियों ने दहेज में गाड़ी नहीं देने के लिए परेशान करना शुरू कर दिया। दोनों का दो साल का बेटा है। आरोप है कि 9 फरवरी 2023 को भाई ने पति मोहित को नोएडा में एक युवती के साथ देखा तो उसने विरोध किया। इससे मोहित भड़क गया और उनके भाई पर हमला कर दिया। वह किसी तरह जान बचाकर वहां से घर पहुंचा और परिवार को पूरी घटना बताई।
इसी दौरान ससुराल से उन्हें निकाल दिया। मायके के लोग ससुराल गए और पति समेत अन्य लोगों को समझाया। आरोप यह भी है कि 12 फरवरी को मायके के पक्ष को सूचना मिली कि महिला को पति मोहित, दोनों जेठ और जेठानी ने कमरे में बंधक बनाकर चार दिन से भूखा-प्यास रखा हुआ है। उन्हें बुरी तरह पीटा भी गया है। मायके से लोग ससुराल पहुंचे तो उन्हें मिलने नहीं दिया। पिता और भाई ने अनहोनी की आशंका पर क्रॉसिंग रिपब्लिक पुलिस को सूचना दी। पुलिस के कई बार फोन करने पर भी आरोपी पक्ष उन्हें थाने लेकर नहीं गए।
इतना ही नहीं, सभी लोग उन्हें ऑटो में डालकर मसूरी नहर में फेंकने के लिए ले जा रहे थे। रात 8 बजे करीब पुलिस ने मोहित पर दबाव बनाकर उन्हें सकुशल बचा लिया। थाने में मोहित ने दूसरी युवती से प्रेम प्रसंग की बात बोलकर उन्हें साथ रखने से मना कर दिया। उन्होंने साहिबाबाद पुलिस को दहेज उत्पीड़न और मारपीट के साथ अन्य धारा में मुकदमा दर्ज कराया है। साहिबाबाद एसीपी रजनीश उपाध्याय का कहना है कि मामले की जांच की जा रही है।