लखनऊ – उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में अपराधी बेलगाम नजर आ रहे हैं। राजधानी में बीते लगभग 24 घंटे में ही दो IAS अफसरों के साथ बड़ी वारदात हो गई है, जिससे हड़कंप मच गया है। एक आईएएस अफसर से 5 करोड़ की रंगदारी मांगी गई है, वही इवनिंग वॉक पर निकले दूसरे आईएएस अफसर को लूट लिया गया है और लूट का विरोध करने पर घायल भी कर दिया गया है। राजधानी के इस हालात पर समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए सवाल उठाए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है कि दावा रात में बेखौफ निकलने का था, सच दिन में लुट जाने का।
पहली घटना में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम (यूपीएसआरटीसी) में तैनात अपर प्रबंध निदेशक व आईएएस अफसर राम सिंह वर्मा से कॉल व मैसेज कर पांच करोड़ और फिर डेढ़ करोड़ की रंगदारी मांगी गई। उनके मुताबिक 24 सितंबर की रात दस बजे उनके पास वीडियो कॉल आई। वीडियो कॉल करने वाले ने खुद को ईडी अधिकारी बताया था।
इसके कुछ देर के बाद उनके पास अनजान नंबर से कॉल व मैसेज कर पांच करोड़ रुपये की रंगदारी मांगी गई। फोनकर्ता व मैसेज भेजने वाले ने धमकी दी कि अगर रुपये नहीं दिए तो उनका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देंगे। केवल इतना ही नहीं राम सिंह वर्मा के विरोध पर गाली-गलौज भी की गई। आरोपी ने उनका वीडियो पत्नी, बेटी, रिश्तेदारों और दफ्तर भेजने की धमकी दी। मैसेज में आरोपी ने उनको बीच सड़क पर ठोक देने की बात भी लिखी। उन्होंने एसीपी हजरतगंज से शिकायत की। उनके आदेश पर केस दर्ज किया गया।
दूसरी घटना रिटायर्ड आईएएस प्रेम नारायण द्विवेदी के साथ हुई। वह शुक्रवार शाम वॉक पर निकले थे तभी पीछे से आए बाइक सवार बदमाशों ने उनके गले में झपट्टा मारकर चेन लूट ली। मगर प्रेम नारायण ने हिम्मत दिखाते हुए बाइक पर पीछे वाले बदमाश को पकड़ लिया। बाइक अनियंत्रित होकर सड़क पर गिर पड़ी। रिटायर्ड आईएएस बदमाशों से भिड़ गए और काफी चोटिल हो गए। खुद को फंसता देख बदमाश घबरा गए। इस बीच लोगों को मदद के लिए आता देख किसी तरह अपने आप को छुड़ाकर बदमाश चेन लेकर भाग गए।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सेवानिवृत्त IAS अधिकारी प्रेम नारायण द्विवेदी से शुक्रवार को हुई लूट की घटना पर तंज कसा है। उन्होंने बयान जारी करते हुए कहा कि राजधानी लखनऊ में भी लोग सुरक्षित नहीं हैं।
अखिलेश ने लिखा है कि सरकार का दावा लोगों के रात में बेखौफ निकलने का था, लेकिन लोग दिन में लुट जा रहे हैं। भाजपा सरकार का कानून व्यवस्था और महिला अपराध पर जीरो टालरेंस का दावा जीरो हो चुका है।