सहारनपुर। सहारनपुर के स्वास्थ्य विभाग की बडी लापरवाही उजागर हुई है। पिछले दो माह के दौरान हजारों रोगियों को कम मानक की एनटीबायोटिक दवाएं, खांसी का सिरप और इंजेक्शन दे दिए गए। सीएमओ डा. संजीव मांगलिक ने बताया कि औषधी निरीक्षक आशुतोष चौबे ने औषधी घर से जांच के लिए इन दवाओं आदि के नमूने अप्रैल माह में लिए थे। नमूनों की लखनऊ प्रयोगशाला में जांच की गई।
जांच में पाया गया कि इन एंटीबायोटिक इंजेक्शन मानक में 82.5 फीसद खांसी का सिरप 81 फीसद मानक का पाया गया। सीएमओ डा. मांगलिक ने इस संबंध में शासन को आज अपनी रिर्पोट भेजी है। उन्होंने बताया कि दवाओं की खरीद का उनसे कोई लेना-देना नहीं है। विश्वास के आधार पर जिलेे के स्वास्थ्य विभाग द्वारा दो माह की अवधि में सात हजार चार सौ इंजेक्शन रोगियों को लगा दिए गए।
इस सनीसनीखेज खुलासे से दवाओं की खरीद पर बडे सवाल लग गए है। यदि दवाओं के नमूनों की जांच में यह खामी उजागर नहीं होती तो मरीजों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड जारी रहता। यह अलग बात है कि कम मानक की दवाओं के इस्तेमाल से रोगियों के स्वास्थ्य पर कोई बहुत प्रतिकूल प्रभाव नहीं पडता। लेकिन यह तो पता चल ही गया कि शासन स्तर पर कामकाज का स्तर समझौतावादी और मानकों की घोर अनदेखी करने वाला है।