ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश रेरा ने प्रमोटरों को त्रैमासिक प्रगति रिपोर्ट (क्यूपीआर) का बैकलॉग भरने के निर्देश दिए हैं। रेरा ने सभी पंजीकृत परियोजनाओं के प्रोमोटर्स को उ.प्र. रेरा की वेबसाइट पर बैकलॉग सहित अपनी परियोजनाओं की अप-टू-डेट त्रैमासिक प्रगति रिपोर्ट 15 दिन के अंदर अपलोड करने के निर्देश जारी किए हैं।
उ.प्र. रेरा चेयरमैन संजय भूसरेड्डी ने कहा कि परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करते समय पाया गया कि कई प्रोमोटर अपनी परियोजनाओं के क्यूपीआर समय पर दाखिल नहीं कर रहे हैं और उनमें से कुछ ने लंबित क्यूपीआर दाखिल किए बिना बाद या आगे के क्यूपीआर पोर्टल पर अपलोड किए हैं।
भूसरेड्डी ने कहा कि प्रमोटर्स द्वारा ऐसा करना रेरा की आवश्यकताओं के विपरीत है और रेरा अधिनियम के प्रासंगिक प्राविधानों तथा उ.प्र. रेरा के निर्देशों का उल्लंघन है। इसलिए, प्रमोटर्स को अपनी परियोजनाओं की लंबित क्यूपीआर के साथ-साथ अक्टूबर से दिसंबर 2023 तिमाही की क्यूपीआर 15 जनवरी 2024 तक दाखिल/भरने करने की अनुमति देने का निर्णय लिया गया है।
नियमित रूप से, पिछली तिमाही के समापन के बाद क्यूपीआर अगले 15 दिनों के भीतर दाखिल करना आवश्यक है। इसी के अनुसार, उ.प्र. रेरा ने वेब पोर्टल पर क्यूपीआर दाखिल करने की सुविधा को संशोधित किया है और इसलिए प्रोमोटर्स द्वारा 31 दिसंबर 2023 को समाप्त होने वाली तिमाही का क्यूपीआर सहित वर्तमान के सभी क्यूपीआर केवल विलंब शुल्क सहित लंबित क्यूपीआर दाखिल करने के बाद ही अपलोड किया जा सकता है।