नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि व्यवस्था में लोगों का भरोसा बढ़ाना सभी सरकारी कर्मचारियों की जिम्मेदारी है। पहले राष्ट्रीय प्रशिक्षण सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए वरिष्ठ नौकरशाहों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि प्रशिक्षण से अधिकारियों की क्षमता का पोषण होने के साथ संपूर्ण सरकार के दृष्टिकोण और जनभागीदारी की भावना विकसित होनी चाहिए।
पीएम मोदी ने कहा, प्रशिक्षण संस्थानों में पोस्टिंग को सजा के रूप में देखा जाने वाला पुराना तरीका अब बदल रहा है।
उन्होंने अधिकारियों से पदानुक्रम की बेड़ियों को तोड़ने का आह्वान किया।
पीएम मोदी ने कहा कि कर्मयोगी मिशन, जिसे कुछ साल पहले केंद्र सरकार द्वारा सरकारी कर्मियों के उन्मुखीकरण, मानसिकता और ²ष्टिकोण में सुधार के लिए लॉन्च किया गया था, ने यह भी सुनिश्चित किया कि वे संतुष्ट और खुश महसूस करें।
उन्होंने कहा, और इस सुधार के साथ-साथ शासन प्रणाली में व्यवस्थित रूप से सुधार भी होगा।
पीएम मोदी ने कहा कि प्रशिक्षण मॉड्यूल उन्मुख और विकसित होना चाहिए ताकि सरकारी अधिकारियों में इन पहलुओं को शामिल किया जा सके।
उन्होंने कहा कि जिस तरह सेना ने जनता की नजरों में बेदाग साख बनाई है, उसी तरह सभी सरकारी सेवकों की जिम्मेदारी है कि वे सरकारी व्यवस्था में लोगों के विश्वास को और बढ़ाएं।