नई दिल्ली। जसप्रीत बुमराह ने मेलबर्न टेस्ट में अपनी घातक गेंदबाजी से भारतीय टीम को शानदार वापसी दिलाई और टेस्ट क्रिकेट में 200 विकेट का मील का पत्थर हासिल किया। इस प्रदर्शन ने उन्हें न केवल टीम इंडिया का प्रमुख हथियार साबित किया बल्कि कई ऐतिहासिक रिकॉर्ड भी उनके नाम कर दिए। आइए, उनके अद्भुत प्रदर्शन पर एक नज़र डालते हैं।
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जसप्रीत बुमराह ने मेलबर्न टेस्ट की दूसरी पारी में ट्रेविस हेड का विकेट लेकर अपने टेस्ट करियर के 200 विकेट पूरे किए। उन्होंने यह उपलब्धि मात्र 44 मैचों में हासिल की, जिससे वह सबसे तेज़ 200 टेस्ट विकेट लेने वाले भारतीय गेंदबाज बन गए। बुमराह ने यह मुकाम 19.38 की औसत से हासिल किया, जो टेस्ट इतिहास में किसी भी गेंदबाज का 200 विकेट तक का सबसे कम औसत है।
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बुमराह ने इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया दोनों में टेस्ट की दोनों पारियों में 4 या अधिक विकेट लेने का अनूठा रिकॉर्ड बनाया। मेलबर्न टेस्ट में, उन्होंने पहली और दूसरी दोनों पारियों में 4-4 विकेट लिए। ऐसा कारनामा 21वीं सदी में डेल स्टेन (2008) के बाद करने वाले वह दूसरे गेंदबाज हैं।
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इस सीरीज में बुमराह अब तक 29 विकेट ले चुके हैं, जो किसी भारतीय तेज गेंदबाज द्वारा एक बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में लिए गए सबसे ज्यादा विकेट हैं। इससे पहले यह रिकॉर्ड कपिल देव के नाम था, जिन्होंने एक सीरीज में 25 विकेट लिए थे।
मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड (MCG) पर बुमराह के कुल 26 विकेट हो चुके हैं। पिछले 110 वर्षों में यह किसी मेहमान गेंदबाज द्वारा इस मैदान पर लिए गए सबसे ज्यादा विकेट हैं।
बुमराह के प्रदर्शन ने यह साबित कर दिया कि वह टीम इंडिया के सबसे भरोसेमंद तेज गेंदबाज हैं। उनकी सटीक लाइन-लेंथ, विविधता और घातक यॉर्कर विपक्षी बल्लेबाजों के लिए खतरनाक साबित हो रही हैं।
इस शानदार प्रदर्शन ने भारतीय क्रिकेट के इतिहास में बुमराह का नाम स्वर्ण अक्षरों में दर्ज कर दिया है और यह उनकी गेंदबाजी का सुनहरा अध्याय साबित हुआ।