मुजफ्फरनगर। लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी एवं केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान की हार से इस बार मुजफ्फरनगर जिले को केंद्र सरकार के मंत्रीमंडल में जगह मिलने की संभावना नहीं है। रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह का मंत्री बनना तय है। रालोद विधायक भी शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेंगे।
मुजफ्फरनगर दंगे के बाद हुए 2014 के लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी डॉ. संजीव बालियान ने जीत दर्ज की थी, इसके बाद उन्हें केंद्र सरकार में मंत्री बनाया गया। पहले कार्यकाल में वह लगभग ढाई साल तक मंत्री रहे, इसके बाद बागपत के सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह को मंत्री बनाया गया था। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में रालोद अध्यक्ष चौधरी अजित सिंह को हराने के बाद संजीव बालियान को केंद्र सरकार में दोबारा मंत्री बनाया गया और उन्होंने पूरे पांच साल का कार्यकाल पूरा किया, लेकिन इस बार के लोकसभा चुनाव में संजीव बालियान को सपा प्रत्याशी हरेंद्र मलिक के सामने हार का सामना करना पड़ा।
एनडीए की सरकार का गठन रविवार को होने जा रहा है। चुनाव में हार की वजह से बालियान का इस बार मंत्री बनना आसान नहीं है क्योंकि मंत्री बनाने के बाद उन्हें 6 महीने में किसी सदन में आना ज़रूरी होगा और उत्तर प्रदेश में राज्यसभा के चुनाव 2026 में होंगे जबकि उन्हें दिसंबर 2024 तक एमपी बनना होगा।
पश्चिम यूपी में रालोद अध्यक्ष जयंत सिंह को ही मंत्रालय दिए जाने की संभावना है। रालोद के सभी दस विधायकों को दिल्ली में होने वाले शपथ ग्रहण समारोह के लिए निमंत्रण मिल गया है।
रालोद विधानमंडल दल के नेता राजपाल बालियान के अलावा कैबिनेट मंत्री अनिल कुमार, बिजनौर सांसद चंदन चौहान, खतौली विधायक मदन भैया समेत अन्य नेता दिल्ली के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे।
मुजफ्फरनगर शहर सीट से विधायक एवं प्रदेश सरकार में स्वतंत्र प्रभार मंत्री कपिल देव अग्रवाल को लोकसभा चुनाव में मेरठ क्लस्टर प्रभारी की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उनके कलस्टर की सभी पांचों सीटें भाजपा के खाते में गई है। मिली जानकारी के अनुसार मंत्री कपिल देव अग्रवाल को कलस्टर प्रभारी के रूप में मोदी सरकार के शपथ ग्रहण समारोह में बुलाया गया है।