गाजियाबाद। सााहिबाबाद में बंदरों का आतंक फैला हुआ है। डेल्टा कॉलोनी और सूर्य नगर में बंदरों ने लोगों की नाक में दम कर दिया है। बताया जा रहा है कि बीते एक हफ्ते में ही करीब 6 लोगों को बंदरों ने काट लिया है। बीते दिनों पार्क में बैठी तीन महिलाओं पर बंदरों ने हमला कर दिया था। लेकिन अब इस पूरे मसले को लेकर गाजियाबाद की महापौर ने दिल्ली की राज्य सरकार को ही दोषी बना दिया है।
महापौर सुनीता दयाल ने बंदरों के आतंक के लिए केजरीवाल सरकार को दोषी ठहराया है। सुनीता दयाल ने कहा कि बहुत सारे बंदर दिल्ली की तरफ से रात को छोड़ दिए जाते हैं। ये पक्की सूचना है। ये केजरीवाल, उसका नगर निगम और उसके लोग इसी धंधे में लगे हैं। हमने वन विभाग से बात की है कि इन्हें पकड़कर जंगलों में छोड़ा जाए। महापौर सुनीता दयाल ने ये बातें तब कहीं, जब उनसे गाजियाबाद में बंदरों के आतंक को लेकर सवाल पूछा गया।
बता दें कि गाजियाबाद में बीते दिनों में बंदरों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है। हाई प्रोफाइल कॉलोनी में शुमार इस इलाके में स्थित पार्क में बड़ी संख्या में लोग जुटते हैं। लेकिन आए दिन हो रहे बंदरों के हमले से इलाके के लोगों में डर व्याप्त है। जिन तीन महिलाओं पर बंदरों ने हमला किया, वह बुरी तरह घायल हो गईं।
वर्ष 2020 में मेनका गांधी ने गाजियाबाद नगर पालिका द्वारा पकड़े जा रहे बंदरों के अभियान को रुकवा दिया था। मेनका गांधी के दखल पर वन विभाग ने नगरपालिका को सशर्त जारी किया गया अनापत्ति प्रमाणपत्र रद कर दिया था। इसके तुरंत बाद ही बंदरों को पकड़ने का अभियान रोकना पड़ा था। तब भी बंदरों के आतंक से गाजियाबाद प्रभावित था। उस वक्त आटा चक्की संचालक की बंदरों के हमले में जान भी चली गई थी।