सहारनपुर। रालोद सांसद चंदन चौहान ने आज कहा कि उनके द्वारा खाली की गई मीरापुर विधानसभा सीट का उपचुनाव भाजपा-रालोद गठबंधन के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव में इस गठबंधन ने अपनी उपयोगिता साबित कर दी थी। रालोद ने अपने हिस्से में आई दोनों लोकसभा सीटें भारी मतों से जीती थीं। अब बारी उत्तर प्रदेश के विधानसभा के उपचुनावों की है।
चंदन चौहान ने कहा कि रालोद अध्यक्ष एवं केंद्रीय मंत्री जयंत चौधरी मीरापुर उपचुनाव को लेकर बेहद गंभीर हैं। वह शनिवार तीसरे पहर मीरापुर क्षेत्र के रामराज में अलूना फार्म हाउस पर बूथ अध्यक्षों की बैठक लेंगे। जयंत चौधरी इससे पूर्व दोपहर डेढ़ बजे चरथावल में आईटीआई का उद्घाटन करेंगे। जयंत चौधरी शनिवार साढ़े ग्यारह बजे शामली के भैंसवाल में जवाहर नवोदय विद्यालय में पार्टी कार्यकत्र्ताओं से मिलेंगे। सभी कार्यक्रमों की तैयारियों में रालोद संगठन लगा हुआ है। चंदन चौहान ने आज खुद अपने संसदीय क्षेत्र में आने वाले रामराज का दौरा किया और कार्यकत्र्ताओं के साथ बैठक की।
ध्यान रहे मीरापुर विधानसभा सीट से चंदन चौहान ने 2022 का विधानसभा चुनाव रालोद-सपा गठबंधन उम्मीदवार के रूप में भारी मतों से जीता था। इसी सीट का प्रतिनिधित्व विधानसभा में उनके पिता स्वर्गीय संजय चौहान और उनके बाबा स्वर्गीय नारायण सिंह भी इसी सीट से विधायक रहे चुके हैं। चौधरी नारायण सिंह को उत्तर प्रदेश का पहला उपमुख्यमंत्री बनने का श्रेय भी जाता है। जाहिर है यह सीट इस परिवार का गढ़ माना जाता है। मीरापुर क्षेत्र की जनता और रालोद कार्यकत्र्ताओं का मानना है कि सांसद चंदन चौहान की पत्नी याशिका चौहान को यदि रालोद-भाजपा गठबंधन उम्मीदवार बनाता है तो वे आसानी से चुनाव जीत जाएंगी।