शामली। पश्चिम बंगाल में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार को लेकर हिंदू युवा वाहिनी में भारी आक्रोश देखा जा रहा है। इसी को लेकर मंगलवार को हिंदू युवा वाहिनी के दर्जनों पदाधिकारी और कार्यकर्ता शामली कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां उन्होंने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम जिलाधिकारी अरविंद कुमार चौहान को एक ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में पश्चिम बंगाल में हिंदुओं के खिलाफ हो रही हिंसा को तुरंत प्रभाव से रोकने और राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की गई है।
हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले सहित कई क्षेत्रों में हिंदू समाज पर सुनियोजित तरीके से हमले हो रहे हैं। हाल ही की एक घटना का हवाला देते हुए बताया गया कि एक हिंदू परिवार को घर से निकालकर पिता और बेटी की बेरहमी से हत्या कर दी गई, जिससे वहां का हिंदू समाज दहशत और असुरक्षा के माहौल में जीने को मजबूर है।
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ज्ञापन में यह भी कहा गया है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा विशेष समुदाय को संरक्षण देने के कारण राज्य में जंगल राज जैसी स्थिति बन गई है। आरोप है कि सरकार हिंसा करने वालों के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं कर रही है, जिससे हालात दिन-ब-दिन बिगड़ते जा रहे हैं।
हिंदू संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि बंगाल में हिंदुओं के खिलाफ यह हिंसा कोई नई बात नहीं है, लेकिन मौजूदा सरकार की निष्क्रियता अब असहनीय होती जा रही है। संगठन ने चेतावनी दी कि यदि केंद्र सरकार ने शीघ्र कार्रवाई नहीं की, तो हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता पश्चिम बंगाल कूच करेंगे और अत्याचार का “ईंट का जवाब पत्थर से” देंगे।
हिंदू युवा वाहिनी ने प्रधानमंत्री से मांग की है कि राज्य में बढ़ती हिंसा को देखते हुए पश्चिम बंगाल सरकार को बर्खास्त किया जाए और वहां तत्काल राष्ट्रपति शासन लागू किया जाए, ताकि हिंदू समाज की रक्षा की जा सके।