सहारनपुर। मंत्री, उच्च शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, इलेक्ट्रानिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी विभाग उत्तर प्रदेश योगेन्द्र उपाध्याय ने आईटीआई परिसर में लगी खादी ग्रामोद्योग की मण्डलीय प्रदर्शनी का निरीक्षण किया।
निरीक्षण के समय विधायक नकुड मुकेश चौधरी, जिला सहकारी बैंक के चेयरमैन राजपाल सिंह, जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चन्द्र, जिलाध्यक्ष डॉ0 महेन्द्र सैनी, मुख्य विकास अधिकारी सुमित राजेश महाजन सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं अधिकारीगण उपस्थित रहे। योगन्द्र उपाध्याय ने स्टालो की सराहना करते हुए उन्होने कहा कि स्वावलम्बी भारत की झलक इस प्रदर्शनी में दिखाई दी।
प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री के द्वारा सुदूर क्षेत्रों में हो रहे स्थानीय उत्पादों को बेहतर मार्किटिंग के द्वारा विश्व स्तर पर बडा मंच मिल रहा है तथा उनका आर्थिक उन्नयन हो रहा है। उन्होने ओडीओपी योजना का जिक्र करते हुए कहा कि इसके तहत छोटे-छोटे उद्यमियों एवं कलाकारों को आगे बढने का अवसर मिल रहा है। उन्होने कहा कि ऐसी सुन्दर एवं स्वावलम्बी परिकल्पना से परीपूर्ण प्रदर्शनी देखना अपने आप में एक सुखद अनुभव है।
मंत्री ने सूचना विभाग द्वारा लगाई गयी प्रदर्शनी को देखते हुए अभिलेखागार में उपलब्ध ऐतिहासिक साक्ष्यों का अवलोकन किया। इस दौरान जिला सूचना अधिकारी दिलीप कुमार गुप्ता ने उत्तर प्रदेश के विकास यात्रा क्रम को कालक्रम एवं मानचित्र के माध्यम से अवगत कराया। मंत्री ने गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि राष्ट्रभक्ति तभी सार्थक होगी जब जिस व्यक्ति को जो काम दिया गया है उस कार्य को वह लग्न और पूरी निष्ठा के साथ राष्ट्र की प्रगति के लिए करेगा। इसी से राष्ट्र की प्रगति एवं आर्थिक उन्नयन होगा।
योगेन्द्र उपाध्याय ने कहा कि जनपदों में इस प्रकार के आयोजनों से पुश्तैनी कार्यों को प्रोत्साहन मिलता है। उन्होने भारत की प्राचीन काल में विकसित व्यापार एवं कला का जिक्र करते हुए ढाका की मलमल का उदाहरण दिया। उन्होने कहा कि भारत में प्रतिभा की कमी नहीं है। सरकार लघु एवं कुटीर उद्योगों को प्रोत्साहन दे रही है। इससे न केवल परिवार की आय में वृद्धि होगी बल्कि राष्ट्र की अर्थव्यवस्था मजबूत होगी और हम विकसित भारत की ओर अग्रसर होंगे।
जिलाधिकारी डॉ0 दिनेश चन्द्र ने जनपद हो रहे विकास कार्यों से अवगत कराते हुए कहा कि यहां विकास की अपार संभावनाएं है। उद्यमी जनपद में आकर निवेश कर रहे है। जनपद में आजीविका मिशन के तहत महिलाओं की आर्थिक उन्नति के लिए उनको अन्तर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय उत्पादों के विपणन से जोडा जा रहा है। स्थानीय उत्पादों को बढावा देने के लिए निरंतर उद्यमियों को सहयोग दिया जा रहा है।