नई दिल्ली। पश्चिम एशियाई संकट के बीच, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को ईरानी राष्ट्रपति सैय्यद इब्राहिम रायसी के साथ टेलीफोन पर बातचीत की, जहां उन्होंने इजरायल-फिलिस्तीन मुद्दे पर भारत की स्थिति को दोहराया। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
दोनों नेताओं ने पश्चिम एशिया क्षेत्र की कठिन स्थिति और इजराइल-हमास संघर्ष पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
मोदी ने आतंकवादी घटनाओं, हिंसा और नागरिकों की जान के नुकसान पर गहरी चिंता व्यक्त की।
राष्ट्रपति रायसी ने स्थिति का अपना आकलन साझा किया।
दोनों नेताओं ने तनाव को रोकने, निरंतर मानवीय सहायता सुनिश्चित करने और शांति एवं स्थिरता की शीघ्र बहाली सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
नेताओं ने बहुआयामी द्विपक्षीय सहयोग में प्रगति की भी समीक्षा की और सकारात्मक मूल्यांकन किया। उन्होंने क्षेत्रीय कनेक्टिविटी में सुधार के लिए ईरान में चाबहार बंदरगाह पर ध्यान केंद्रित करने और प्राथमिकता देने का स्वागत किया।
दोनों पक्ष क्षेत्रीय शांति, सुरक्षा और स्थिरता में साझा हित को देखते हुए संपर्क में बने रहने पर सहमत हुए।
इससे पहले रविवार (5 नवंबर) को विदेश मंत्री एस जयशंकर ने अपने ईरानी समकक्ष होसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन के साथ बातचीत के दौरान पश्चिम एशिया में “गंभीर स्थिति” पर चर्चा की थी।
जयशंकर ने एक्स पर पोस्ट किया था, “आज ईरान के विदेश मंत्री हुसैन अमीर-अब्दुल्लाहियन से बात की। पश्चिम एशिया की गंभीर स्थिति और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की चिंताओं पर चर्चा की। तनाव को रोकने और मानवीय सहायता प्रदान करने के महत्व से अवगत कराया। संपर्क में रहने पर सहमति व्यक्त की।”