मेरठ। जिलाधिकारी ने ब्लॉक विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आईटीआई संस्थानों के सहयोग से यह काम युद्धस्तर पर पूरा करें। युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में मेरठ प्रशासन ने बड़ी पहल की है। प्रधानमंत्री वनबंधु कल्याण योजना (PMVKY) के तहत अब हर सप्ताह 5000 युवाओं का पंजीकरण किया जाएगा। इस दिशा में जिलाधिकारी कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई।
जिसकी अध्यक्षता खुद डीएम डॉ .वी के सिंह ने की। बैठक में जिला स्तर के तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे। डीएम ने दो टूक कहा “लक्ष्य तय है, अब कोई बहाना नहीं चलेगा। हर योग्य युवा तक योजना का लाभ पहुंचना चाहिए।” पेंडिंग लिस्ट होगी साफ़, ITI से मिलेगा सहारा बैठक में बताया गया कि योजना के तहत जिले में 2349 युवाओं को जोड़ना था, लेकिन अब तक 1155 का पंजीकरण बाकी है। जिलाधिकारी ने ब्लॉक विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे आईटीआई संस्थानों के सहयोग से यह काम युद्धस्तर पर पूरा करें।
साथ ही गांव-गांव जाकर प्रचार-प्रसार करने की बात भी कही गई। पॉलीटेक्निक संस्थानों को निर्देश मिला है कि 16 दिव्यांग लाभार्थियों का पंजीकरण अगले दो दिनों के भीतर पूरा किया जाए। इसके लिए सभी संस्थानों से समन्वय बनाकर कार्य को अंजाम देने को कहा गया है। ’21 से 24′ अब हर युवा बनेगा सक्षम योजना का फोकस खासतौर पर 21 से 24 वर्ष की आयु वाले युवाओं पर रहेगा, जो न पढ़ाई कर रहे हैं और न ही किसी रोजगार में हैं।
अब ऐसे युवाओं को हुनर सिखाया जाएगा, ताकि वे न सिर्फ रोज़गार पा सकें बल्कि खुद दूसरों को भी रोज़गार दे सकें। प्रशासन गंभीर, युवाओं में जोश जिलाधिकारी का संदेश साफ है “योजना का लाभ हर जरूरतमंद तक पहुंचेगा, और मेरठ को आत्मनिर्भर युवाओं का गढ़ बनाया जाएगा।” यह घोषणा जिले के युवाओं में नई ऊर्जा और उम्मीदें भरने का काम कर रही है।