नोएडा। दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में भोले-भाले बारहवीं पास बच्चों को देश-विदेश के नामी मेडिकल कॉलेजों में दाखिला दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी करने वाले एक गैंग का थाना सेक्टर-113 पुलिस ने आज खुलासा किया है। इनके पास से पुलिस ने लाखों रुपए की नकदी, विभिन्न छात्र-छात्राओं द्वारा दिए गए करोड़ों रुपए के भरे हुए चेक, लैपटॉप, फर्जी दस्तावेज, एटीएम कार्ड, क्रेडिट कार्ड आदि बरामद किया है। इस गैंग के अभी दो युवतियां समेत छह लोग गिरफ्तार हुए है। गैंग के अन्य सदस्यों की पुलिस तलाश कर रही है।
एडीसीपी नोएडा मनीष कुमार मिश्र ने बताया कि थाना सेक्टर-113 पुलिस ने एक सूचना के आधार पर नोएडा के सेक्टर-62 में छापेमारी की। यहां पर कुछ लोग एक कार्यालय चला रहे थे। जहां से छात्र-छात्राओं को देश-विदेश के विभिन्न मेडिकल कॉलेज में दाखिला दिलाने के नाम पर उनसे लाखों रुपए की ठगी की गई जा रही थी। उन्होंने बताया कि पुलिस ने ठगी के मामले में राहुल कुमार पुत्र योगेन्द्र सिंह, अनुपम कुमार पुत्र सतेन्द्र कुमार, दयानन्द पांडे उर्फ मोहित पुत्र दिनेश पांडे, सचिन सिंह पुत्र रामकेश सिंह, विदुषी लोहिया पुत्री चन्द्रगुप्त लोहिया तथा निकिता उपाध्याय पुत्री संजय उपाध्याय को गिरफ्तार किया।
उन्होंने बताया कि इस कंपनी का एक मलिक सोनू मौके से फरार है। उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला है कि ये लोग सोशल मीडिया और विभिन्न प्लेटफार्म के माध्यम से भारत और विदेशों में स्थित नामी मेडिकल कॉलेजों में छात्र-छात्राओं का दाखिला कराने के नाम पर संपर्क करते थे। ये लोग प्रत्येक छात्र का दाखिला कराने के नाम पर 20 से 30 लाख रुपए तक उनसे ले लेते थे। सीधे-साधे लोग जो कि अपने बच्चों को हर हाल में डाक्टरी की पढ़ाई करवाना चाहते थे, वह इनके जाल में फंस जाते थे।
उन्होंने बताया कि ये लोग उन बच्चों से संपर्क करते थे जिन्होंने मेडिकल में दाखिला के लिए एग्जाम दिया था। और रैंकिंग कम होने की वजह से उनका दाखिला होना संभव नहीं था। उन्होंने बताया कि इनके पास से 5 करोड़ से ज्यादा के भरे हुए चेक जो कि इन्होंने विभिन्न छात्र-छात्राओं के परिजनों से हासिल किया था, 3 लाख 90 हजार की नगदी और अन्य दस्तावेज बरामद हुआ हैं। उन्होंने बताया कि इन बदमाशों ने सैकड़ों छात्र-छात्राओं से ठगी करने की बात स्वीकार की है।
उन्होंने बताया कि पूछताछ के दौरान पता चला है कि अभियुक्तों में से सोनू कुमार उर्फ रणवीर सिंह, राहुल कुमार व अनुपम पार्टनर है। जिनका एक आफिस नोएडा व एक पुणे में है। ये लोग सोसल नेटवर्किंग साइट्स पर नेक्स्ट एजुकेशन, एडुप्रो, करियर कॉर्नर, गुरुकुल एजुकेशन, एजुकेशन कंसल्टेंसी, करियर प्लान, एडमिशन साथी आदि के माध्यम से विद्यार्थियों से संपर्क कर मोबाइल नंबरों पर चैटिंग व कॉलिंग से उनकी जरूरत के अनुसार एमबीबीएस, बीएएमएस, बीडीएस, बीएचएमएस, एमडीएस, फार्मेसी, बीई व बीटेक, एलएलबी, बीएएलएलबी, एमबीए, बीबीए, एमडीएमएस आदि में दाखिला दिलाने के नाम पर ठगी कर रहे थे।