गाजियाबाद। बरसात के मौसम में खुले में बिकने वाला खाना और दूषित जल पीने की वजह से अस्पताल में गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमण के मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। एमएमजी अस्पताल के वार्ड में सबसे अधिक पेट की समस्याओं के मरीज भर्ती हैं।
वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. संतराम ने बताया कि पेट दर्द, अपच और डायरिया के लक्षणों वाले अधिकतर मरीज भर्ती हैं। बृहस्पतिवार को एमएमजी में 108 मरीज भर्ती थे जिसमें 50 फीसदी पेट की समस्याओं के मरीज थे। वहीं संयुक्त जिला अस्पताल में 40 मरीज भर्ती रहे जिसमें से 15 मरीज उल्टी दस्त, पेट दर्द के मरीज शामिल थे।
डॉ. संतराम ने बताया कि गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल संक्रमण पाचन तंत्र को प्रभावित करता है। इसमें दस्त, उल्टी, पेट में दर्द और बुखार जैसे लक्षण होते हैं। इससे सबसे अधिक वह प्रभावित होते हैं जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है। यह दूषित भोजन, पानी या संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क आने से फैलता है।
एमएमजी के सीएमएस डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि बृहस्पतिवार की ओपीडी 1804 रही जिसमें पेट की समस्याओं वाले मरीज अधिक रहे। बच्चों में भी डायरिया के लक्षण वाले मरीज शामिल हैं। बुखार के रोगी 317, बच्चों की संख्या 310 रही।