मेरठ। हज पर जाने वाले अकीदतमंदों को सऊदी अरब जाने से पहले खुद वहां की करेंसी लेनी होगी। अभी तक हज कमेटी ऑफ इंडिया हज पर जाने वाले लोगों को देश में ही करीब 21 सौ रियाल दे देती थी, जो भारतीयों के लिए 46,599 रुपये होते थे। वो सब हाजियों को किस्त के रूप में चुकाने होते थे।
अब हाजियों को किस्त से अलग करीब 46,599 रुपये की राशि खुद देनी होगी। इस पर उलमा और जमीयत उलमा ए हिंद जिला व महानगर इकाई ने नाराजगी जताई है। नायब शहरकाजी व जमीयत के महानगर अध्यक्ष जैनुुर राशिद्दीन ने कहा कि पिछले साल तक हज यात्रा में करीब 4 लाख रुपये खर्च होते थे।
इस साल खर्च 50 हजार रुपये कम होने की बात कही गई थी, लेकिन हज कमेटी ऑफ इंडिया ने 50 हजार कम करने के साथ 46,599 रुपये बढ़ा दिए हैं। यह गलत निर्णय है। इससे हाजियों को ज्यादा रुपये तो खर्च करने ही होंगे, साथ ही उन्हें अव्यवस्था का शिकार होना पड़ेगा। नायब शहरकाजी ने बताया 10 मार्च आवेदन की अंतिम तिथि रखी गई है। इसे बढ़ाने की जरूरत है।