नई दिल्ली। फिल्म निर्देशक-अभिनेता पृथ्वीराज सुकुमारन की अपकमिंग फिल्म ‘एल2: एम्पुरान’ सिनेमाघरों में रिलीज के लिए तैयार है। बातचीत के दौरान उन्होंने सेट पर काम करने वाले तकनीशियनों के महत्व पर प्रकाश डाला और उन्हें ‘सुपरस्टार’ बताया।
मुज़फ्फरनगर में दबंगों के हौंसले बुलंद, पुलिस कर्मी को ठेकेदार ने फोन पर धमकाया, मुकदमा दर्ज
दक्षिण सिनेमा में फिल्म तकनीशियनों को कैसे सम्मानित किया जाता है, इस बारे में पृथ्वीराज ने बताया, “मेरे लिए सिनेमा हमेशा एक टीम खेल की तरह रहा है। एक अभिनेता का प्रदर्शन तभी अच्छा हो सकता है जब उसके सह-कलाकार भी अच्छे होंं, क्योंकि एक अभिनेता केवल फिल्म में अच्छा हो सकता है। मैं एक निर्देशक हूं और कह सकता हूं कि एक अभिनेता केवल तभी फिल्म में अच्छा हो सकता है, जब निर्देशक उसे फिल्म में अच्छा करने दें।”
मुज़फ्फरनगर में भूमि विवाद को लेकर तनाव, पुलिस पर लगाये गंभीर आरोप
उन्होंने कहा, “एक बेहतरीन प्रदर्शन को अच्छी तरह से शूट किया जाना चाहिए ताकि लोग समझ सकें कि यह बेहतरीन है। अगर आपने प्रदर्शन को गलत तरीके से शूट किया है तो एक बेहतरीन प्रदर्शन को भी औसत दर्जे का दिखाया जा सकता है। इस काम को सफल बनाते हैं कैमरे के पीछे काम करने वाले तकनीशियन, जिनके पास कंटेंट को पेश करने के शानदार तरीके और पावर होते हैं और मेरे पास दुनिया की सबसे अच्छी टीम है।” ‘लूसिफर’ और ‘एल2: एम्पुरान’ जैसी फिल्मों का निर्देशन करने वाले पृथ्वीराज ने कहा, “मुझे लगता है कि मेरे मुख्य तकनीशियन विश्व स्तर के हैं।
उनमें से कोई भी ऐसा नहीं है, जिसका आप नाम नहीं पहचान पाएंगे। लेकिन मेरे लिए, वे सुपरस्टार हैं। वे मेरे लिए दुनिया के सबसे अच्छे तकनीशियन हैं। मेरे पास एक ऐसी टीम है, जो दुनिया में कहीं भी किसी भी पैमाने, किसी भी प्रोजेक्ट पर काम कर सकती है। मैं चाहता हूं कि वे मेरे साथ मंच पर हों क्योंकि उनके बिना मैं यह काम नहीं कर पाऊंगा।” पृथ्वीराज ने खुलासा किया कि वह अपनी फिल्मों को लोकेशन पर ऑनलाइन एडिट करते हैं और हर कोई आकर इसे देख सकता है। जब आप शाम को मेरे लोकेशन पर आते हैं तो देखेंगे कि हम शूटिंग खत्म करने के बाद ऑनलाइन एडिट करते हैं और प्रोडक्शन बॉय, ड्राइवर समेत टीम का हर मेंबर उस दिन शूट किए गए सीन को देखता दिखाई देगा। ये इसलिए, क्योंकि मुझे लगता है कि वे सभी इस प्रक्रिया का हिस्सा हैं। हम सभी ने मिलकर फिल्म बनाई है।“