गाजियाबाद। राजनगर एक्सटेंशन को जल्द ही जाम से मुक्ति मिलेेगी। इसी के साथ राजनगर एक्सटेंशन की यातायात कनेक्टिविटी भी बढिया होगी। इसके लिए चार नई सड़कों को बनाने की अनुमति दी गई है। अत्याधुनिक तकनीक से बनने वाली इन सड़कों की लागत करीब 51 करोड़ रुपये होगी।
मुज़फ्फरनगर के रहमतपुर में निर्माण में हो रही धांधली, डीएम के आदेश पर गांव में पहुंची जांच टीम
जीडीए के मीडिया प्रभारी रूद्रेश शुक्ला ने बताया कि इन चार नई सड़कों से राजनगर एक्सटेंशन में विकास को गति मिलेगी। जीडीए की रूकी हुई परियोजनाओं को जल्द ही पूरा किया जाएगा। इसी के साथ राजनगर एक्सटेंशन में में अन्य परियोजनाओं का विस्तार किया जाएगा। यातायात की बेहतर स्थिति के साथ राजनगर एक्सटेंशन की कनेक्टिविटी अन्य क्षेत्रों से सीधी होगी।
गाजियाबाद डेवलपमेंट अथॉरिटी (जीडीए) ने राज नगर एक्सटेंशन में कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए चार नई सड़कों के निर्माण की योजना बनाई है। जिसमें अनुमानित परियोजना लागत 51 करोड़ रुपये है। उन्होंने बताया कि इन सड़कों के निर्माण का उद्देश्य इस क्षेत्र में यातायात की भीड़ को कम करना और आवासीय और व्यावसायिक पहुंच को बढ़ावा देना है। इन सड़कों में 24 मीटर चौड़ा “हम तुम” रोड दिल्ली-मेरठ रोड को राजनगर एक्सटेंशन में बाहरी रिंग रोड के साथ जोड़ेगा। एक अन्य 45 मीटर चौड़ी सड़क सिकरोड गांव में बनाई गई है। जबकि दो अतिरिक्त 18-मीटर चौड़ी सड़कें तटबंध की सड़क को नूर नगर गांव और रिवर हाइट्स के पीछे की ओर जोड़ेंगी।
मुज़फ्फरनगर में पुलिस ने खोज दिया 3 साल बाद गुम हुआ बेटा, खिलखिला उठा परिवार, पुलिस को कहा-थैंक्यू !
जीडीए अधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि अगले तीन माह में सड़कों का काम धरातल पर दिखाई देगा। ये सड़कें जहां वाहन चालकों को लाभान्वित करेगी। वहीं राजनगर एक्सटेंशन में आवासीय और वाणिज्यिक क्षेत्रों के लिए बेहतर कनेक्टिविटी की सुविधा प्रदान करेंगी। जिसमें प्रस्तावित हरनंदीपुरम आवास योजना भी शामिल है। जीडीए के मीडिया समन्वयक रुद्रेश शुक्ला ने कहा कि इन सड़कों के निर्माण से राजनगर एक्सटेंशन में रहने वालों को लाभ मिलेगा। इसी के साथ मेरठ रोड और दिल्ली रोड से राजनगर एक्शटेंशन की कनेक्टिविटी कई जगहों से होगी।
मुज़फ्फरनगर में भूमाफियाओं ने कब्ज़ा ली विधवा की सम्पत्ति, पीएम आवास योजना से ऋण भी दिला दिया !
राजनगर एक्सटेंशन में रहने वाले लोग पिछले काफी समय से ट्रैफिक जाम और भीड़भाड़ को लेकर शिकायत कर रहे थे। राजनगर एक्शटेंशन से एकमात्र रोड है जो कि मेरठ रोड पर निकलता था। इस रोड पर सुबह और शाम के समय भारी भीड़ होती है। जिसके चलते ट्रैफिक जाम की स्थिति उत्पन्न हो जाती है। इससे आए दिन राजनगर एक्सटेंशन में रहने वालों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। राजनगर एक्सटेंशन की मुख्य सड़क मेरठ और उत्तराखंड की ओर जाने वाले वाहनों के लिए एक बाईपास के रूप में कार्य करती है। जिससे दिल्ली से आने वाले ट्रैफिक का दबाव इस सड़क पर अधिक हो जाता है। लोगों की परेशानी को देखते हुए ही जीडीए ने इस ओर ध्यान दिया है। इसी कारण से इन चार सड़कों के निर्माण की योजना बनाई गई है। इसके अलावा एनएच 9 को भी इससे जोड़ने की योजना है। जो टीला मोड़ से 20 किलोमीटर की दूरी पर एनएच-9 को जोड़ेगा। जीडीए के एनपीआर का पूरी तरह से निर्माण करने के बाद राजनगर एक्सटेंशन और उसके आसपास यातायात जाम की समस्या काफी हद तक हल हो सकेगी। जो कई सालों से लोगों की परेशानी का कारण बनी हुई है।