मेरठ। सुशांत सिटी में प्लॉट बेचने के नाम पर 66.36 लाख रुपये हड़पने के आरोप में अंसल ग्रुप के चेयरमैन, एमडी और मुख्य अग्निशमन अधिकारी समेत 12 लोगों के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर परतापुर थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। रिपोर्ट विकास तोमर की ओर से दर्ज कराई गई है।
आरोप है कि प्लॉट बेचने के नाम पर 66.36 लाख रुपये हड़पे हैं।
विकास तोमर ने मेरठ एसीजेएम कोर्ट-6 में दिए प्रार्थना पत्र में लिखा है कि उन्होंने अंसल सुशांत सिटी परतापुर एक प्लाॅट खरीदा था। ििजस दिन उन्होंने प्लाट खरीदा उस दिन अंसल कंपनी के चेयरमैन प्रणव अंसल, एमडी दीपक मवर, सीएफओ प्रशांत कुमार, जीएम अजय शर्मा, अकाउंट हेड नरेश यादव, अध्यक्ष योगेश गाबा, अंसल ग्रुप के निदेशक गौरव डालमिया और संजीव मल्होत्रा मौजूद थे। इन सभी ने कहा कि यह प्लाॅट काफी अच्छा है। हम प्लाॅट की रजिस्ट्री करेंगे।
इन लोगों ने यह भी बताया कि प्लाॅट हर प्रकार के लोन और भार से रहित है। 400 वर्गमीटर का प्लॉट 66.36 लाख रुपये में तय हुआ था। उन्होंने 22 दिसंबर 2022 को 26.45 लाख रुपये के दो ड्राफ्ट जयप्रकाश प्रेमदेव और कमला वर्मा को दिए। दोनों ने अपने बैंक खाते में रुपये प्राप्त किए। 30 दिसंबर 2022 को उन्होंने 5.50 लाख रुपये दो अलग-अलग आरटीजीएस के माध्यम से जयप्रकाश और कमला देवी के खाते में ट्रांसफर किए। 66,000 रुपये का टैक्स जमा किया। 39,820 रुपये का चेक जयप्रकाश प्रेमदेव और इतनी ही धनराशि का चेक कमला वर्मा को दिया।
66.36 लाख रुपये देने के बाद उन्होंने प्लॉट की रजिस्ट्री करने को कहा तो इन लोगों ने एक पत्र 10 नवंबर 2023 का अपने लेटर पैड पर लिखकर दिया कि रकम हमें मिल गई है। जल्द ही कागजी कार्रवाई करके रजिस्ट्री कर देंगे। कई माह बीतने के बाद भी इन्होंने रजिस्ट्री नहीं की गई। बैंक से एनओसी प्राप्त करके देने को कहा था लेकिन इन लोगों ने वह भी नहीं दिया। आरोप है इन लोगों ने फर्जी कागजात तैयार करके षडयंत्र के तहत 66.36 लाख रुपये हड़प लिए। 4 अप्रैल 2024 को वह अंसल सुशांत सिटी पहुंचे तो ये सभी लोग मिले। बदतमीजी करते हुए इन्होंने जान से मारने की धमकी देते हुए आफिस से धक्के देकर भगा दिया। पैसा लौटाने और रजिस्ट्री करने से भी साफ इन्कार कर दिया। रिपोर्ट दर्ज होने के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है।