Saturday, October 5, 2024

नेपाल में पहाड़ों पर बरसात से नदियां उफान पर,बाढ़ का खतरा

गोण्डा। नेपाल में पहाड़ो पर हो रही बरसात से उत्तर- प्रदेश में भारत-नेपाल सीमा से सटे देवीपाटन मण्डल के गोण्डा बलरामपुर बहराइच और श्रावस्ती जिलों में घाघरा, सरयू,शारदा,टेढ़ी,मनवर कुआनो नदियों संग करीब दो दर्जन पहाड़ी नालों में नेपाल के पानी से लगातार बढ़ रहे जलस्तर और उफान ने तटवर्ती करीब पांच लाख से अधिक की आबादी पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है।

 

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निचले इलाकों में जलभराव से ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में आम जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। खेतों में पानी भरने से किसान फसलों को लेकर चिंतित नजर आने लगे है जबकि आपदा प्रबंधन ने हर स्थिति से निपटने के लिये पुख्ता इंतजाम का दावा किया है। गोण्डा जिले के कर्नलगंज और तरबगंज तहसील क्षेत्रो में बह रही घाघरा और सरयू नदियों के तेज बहाव और ठोंकरो से ऐली परसौली, आदमपुर रेवली,भिखारीपुर सकरौर धौराहरा-परसपुर पीडी बंधो में रेमक्ट्स और दरारों में रिसाव शुरू होने के बाद बंधो को सुरक्षित रखने के लिए लगातार मरम्मत कार्य युद्धस्तर पर जारी है।

 

कर्नलगंज तहसील के तटवर्ती गांव नकहरा, प्रतापपुर घरकुइंया,काशीपुर, रेक्सडिया, रायपुर माझा और तरबगंज के ऐली पसरौली, सोनौली मोहम्मदपुर, दुर्गागंज माझा, तुलसीपुर समेत करीब सौ तटवर्ती गांवो को बाढ़ की विभीषिका से बचाने के लिए प्रशासन ने जहां सभी 26 बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर दिया है वहीं राहत व बचाव कार्यो में लगने वाले सभी विभागों के अधिकारियों व कर्मियों को भी एलर्ट कर दिया है।

 

यह जानकारी रविवार को देते हुये जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने बताया कि नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से काफी नीचे है हालांकि निचले भू-भागों में जलप्रवाह और जलभराव के मद्देनजर तटवर्ती निचले हिस्सों में बसी ग्रामीण आबादी को सतर्क कर उन्हें आवश्यकतानुसार राहत दी जा रही है। उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन की नाव, बोट,जलपुलिस, गोताखोर दल, मेडिकल टीमों, पशु चिकित्सा, प्राथमिक व जूनियर विद्यालयों संग अन्य सभी टीमों को संवेदनशील चौकियों पर मुस्तैद रहने की हिदायत दी गयी है।

 

उधर, गोण्डा-गोरखपुर, गोण्डा- लखनऊ ,गोण्डा-बहराइच समेत सभी रेल प्रखंडो पर ट्रेक के नीचे व आसपास की मिट्टी खिसकने की आशंका के चलते रेलवे ने पेट्रोमैन की गश्त बढ़ा दी है। इसीप्रकार, बलरामपुर जिले की सदर, उतरौला और तुलसीपुर तहसील क्षेत्रो में राप्ती नदी व खरझार, हेंगहा, नकटा, भांभर समेत सभी पहाड़ी नालों की उफान और राप्ती नदी के तटवर्ती अल्लीपुर ,कटरा,पिपरा ,जमुनहा ,टेगंहेनिया ,मानकोट ,टेड्वा ,बांकभवनी,जबदहा ,जबदही समेत बाढ़ से प्रभावित होने वाले करीब 171 गावों के समीप नदी व नालों के उफान से मथुरा बाजार -कोडरी ,कोडरी -ललिया , महराजगंज ललिया समेत जिले के लगभग दो दर्जन सम्पर्क मार्गों पर बाढ़ का पानी बहने से आवागमन बाधित होने की संभावनाओं के दृतिगत जलभराव रोकने व जलनिकासी के लिए राहत व बचाव टीमों को सतर्क कर दिया गया है।

 

गोण्डा व बलरामपुर जिलों के अलावा बहराइच व श्रावस्ती जिलों में भी संभावित बाढ़ की विभीषिका से बचाव के पुख्ता प्रबंध प्रशासन द्वारा किये गए है।

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