लखनऊ -भारत निर्वाचन आयोग द्वारा राष्ट्रीय लोकदल की मान्यता समाप्त किए जाने के बावजूद भी उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोक दल मान्यता प्राप्त दल बना रहेगा और स्थानीय निकाय चुनाव में राष्ट्रीय लोक दल के सभी प्रत्याशियों को हैंडपंप का चुनाव चिन्ह दिया जाएगा।
राष्ट्रीय लोक दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जयंत चौधरी के निजी सचिव समर पाल सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा गत दिवस उत्तर प्रदेश के राज्य निर्वाचन आयुक्त को एक चिट्ठी लिखकर स्थानीय निकाय चुनाव में राष्ट्रीय लोक दल के प्रत्याशियों को ही हैंडपंप आबंटित करने का आग्रह किया था।
जिसके पश्चात राज्य निर्वाचन आयोग ने स्पष्ट कर दिया है कि 9 अप्रैल को उनके द्वारा जारी की गई सूची के अनुसार अभी उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय लोक दल मान्यता सूची से नहीं हटाया गया है, इसलिए निकाय चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल को मान्यता प्राप्त दल के रूप में स्वीकृत करते हुए राष्ट्रीय लोक दल के सभी प्रत्याशियों को पंजीकृत चुनाव चिन्ह ‘हैंडपंप’ ही आवंटित किया जाएगा।
इसी बीच राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने साफ किया है कि आगामी निकाय चुनाव उनकी पार्टी समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ मिल कर लड़ेगी और पार्टी उम्मीदवार को राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा तय चुनाव चिन्ह ‘हैंडपंप’ पर ही चुनाव लड़ेंगे।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अनिल दुबे ने बुधवार को कहा कि उप्र में होने जा रहे नगर निकाय चुनाव में राष्ट्रीय लोकदल के उम्मीदवार हैंडपंप चुनाव चिन्ह पर ही चुनाव लडेंगे। राज्य निर्वाचन आयोग में राष्ट्रीय लोकदल मान्यता प्राप्त राजनैतिक दल के रूप में पंजीकृत है और राज्य निर्वाचन आयोग द्वारा कोई भी रिव्यू नहीं किया गया है।
उन्होने कहा कि जल्द ही सहयोगी सपा के साथ मिल कर प्रत्याशियों का फैसला कर लिया जायेगा।