नई दिल्ली। चुनावी राजनीति में कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के 50 साल पूरे होने के सम्मान में आज नई दिल्ली स्थित जवाहर भवन में आयोजित सम्मान समारोह के मौके पर कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उन पर लिखी पुस्तक ”मल्लिकार्जुन खड़गे: पॉलिटिकल एंगेजमेंट विद कम्पैशन, जस्टिस एंड इनक्लूसिव डेवलपमेंट” का विमोचन किया। इस दौरान अपने संबोधन में कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे ने हमेशा पार्टी संगठन को अपने व्यक्तिगत हित से ऊपर रखा है। आज उन्होंने कांग्रेस पार्टी को एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा किया है।
सोनिया गांधी ने कहा कि सत्ता में बैठे लोग उन सभी संस्थानों, प्रणालियों और सिद्धांतों को नष्ट कर रहे हैं, जिनके द्वारा भारत आजादी के बाद से फला-फूला है। ऐसे में मजबूत संगठनात्मक नेता के रूप में मल्लिकार्जुन खड़गे कांग्रेस पार्टी का नेतृत्व करने के लिए सबसे उपयुक्त है।
इस माैके पर मल्लिकार्जुन खड्गे ने कहा कि संविधान के तहत वर्ष 1972 में कर्नाटक विधान सभा से विधायक चुने गए थे। संविधान की वजह से वे नौ बार विधायक और तीन बार सांसद बने लेकिन सत्ता में बैठे लोग उसी संविधान को बदलने के लिए अवसर तलाश रहे हैं। जबकि हम (कांग्रेस) उसी संविधान को बचाने में लगे हुए हैं।
इस दौरान आरजेडी सांसद मनोज झा ने कहा कि जब मैं उनसे (खड़गे) पहली बार मिला तो मैंने यही देखा कि मल्लिकार्जुन खड़गे सबकी बात सुनते हैं। उन्होंने कहा कि न्याय, समानता और स्वतंत्रता के विचार के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को सभी ने मान्यता दी है। यह उनकी जीवित वास्तविकता और पिछले पांच दशकों में उनके राजनीतिक अनुभव से निकलता है।
भाकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि मल्लिकार्जुन खड़गे जी का जीवन चुनौतियों से भरा रहा है लेकिन किसी दुर्भावना से प्रेरित नहीं रहे। वे प्यार माेहब्बत की बात करते हैं। उन्होंने मंच से जुड़ेगा भारत जीतेगा इंडिया का नारा भी बुलंद किया।
द्रमुक के वरिष्ठ नेता टीआर बालू ने कहा कि 28 पार्टियां आज भी एक साथ एक मंच पर हैं। इस मौके पर पुस्तक के संपादकगण भी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान विभिन्न कांग्रेस व गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, विभिन्न राज्यों के प्रदेश अध्यक्षाें ने हिस्सा लिया।