मोरना। क्षेत्र के गांव कम्हेडा में देर रात आधा दर्जन से अधिक बकरियों की नृशंस हत्या से सनसनी फैल गई। रविवार सुबह चारा डालने पहुंचे बकरी मालिक को जब घटना का पता लगा, तो उसने ग्रामीणों को मामले की जानकारी दी, जिसके बाद मौके पर ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पर पहुंची ककरौली पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पीडि़त ने गांव के ही पांच आरोपियों के खिलाफ तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की है।
ककरौली थानाक्षेत्र के गांव कम्हेडा निवासी सुहेब रविवार की सुबह अपनी बकरियों को चारा डालने के लिए अपने घेर में गया था। जैसे ही वह घेर में पहुंचा तो उसने देखा कि उसकी सात बकरियों के शव क्षत-विक्षत अवस्था में पड़े हुए थे और दो बकरिया गायब थी। बकरियों के गले रेतकर और पेट फाड़कर हत्या की गई थी। मौके पर चारो और खून पड़ा देख उसकी चीख निकल गई, जिसके बाद उसने मामले की सूचना ग्रामीणों को दी। घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों की भारी भीड़ मौके पर इक_ा हो गई और मामले की सूचना ककरौली पुलिस को दी गई।
सूचना मिलते ही ककरौली पुलिस आनन फानन में मौके पर पहुंची और मामले की जांच पड़ताल शुरू की, जिसके बाद पशु चिकित्सक को मौके पर बुलाया गया और बकरियों के शवों का पोस्टमार्टम कराकर उन्हें गड्ढे में दबाया गया। पीडि़त ने गांव के ही पांच आरोपियों के खिलाफ तहरीर देकर कार्यवाही की मांग की है। मौके पर पहुंचे क्षेत्राधिकारी रवि शंकर मिश्रा ने मामले में जांच पड़ताल कर कार्यवाही की बात कही है।
बीमार दामाद को देखने गया था परिवार- पीडि़त सुहेब ने बताया कि उसके दामाद जब्बार निवासी कासोपुर की तबीयत खराब चल रही थी। इसलिए बीते शनिवार की शाम अपनी पत्नी सायरा, पुत्र रुएब और सुहेल को लेकर दामाद को देखने के लिए कासोपुर गए थे। देर रात तीन बजे के करीब वह सभी वापिस लौटे थे। सुबह छह बजे जब वह चारा डालने घेर में गया, तो वहा का नजारा देखकर उसके होश उड़ गए, जिसके बाद ग्रामीणों और पुलिस को मामले की सूचना दी गई।