सहारनपुर। सहारनपुर जनपद में आज स्थिति पूरी तरह सामान्य बनी रही। राजपूत समुदाय में आक्रोश बना हुआ है लेकिन आज उनकी ओर से किसी तरह की कोई भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई। जिलाधिकारी डा. दिनेश चंद्र और एसएसपी डा. विपिन टाडा ने राजपूत बिरादरी के विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों को भरोसा दिया कि एक हफ्ते के भीतर उन लोगों के खिलाफ अवश्य ही कानूनी कार्रवाई की जाएगी जिन्होंने नई परंपरा की शुरूआत करते हुए और बिना अनुमति के कल नकुड़ कोतवाली क्षेत्र में 27 किलोमीटर लंबी गौरव यात्रा निकाली थी। पूरे जिले में सीआरपीसी की धारा 144 पहले से घोषित थी।
सम्राट मिहिर भोज को लेकर पिछले काफी समय से पश्चिमी उत्तर प्रदेश के गुर्जर और राजपूत समुदायों के बीच विरोध और तनातनी चली आ रही है। दोनों समुदाय सम्राट मिहिर भोज को अपनी-अपनी बिरादरी का मानते हैं और दावा करते हैं। यही बात सहारनपुर में सामने आई। सहारनपुर जनपद गुर्जर बिरादरी के प्रबुद्ध वाला जिला है। राजनीतिक रूप से गुर्जर बिरादरी का जिला भाजपा में भारी प्रतिनिधित्व है।
कैराना सहारनपुर लोक सभा सीट के संसद सदस्य भाजपा के प्रदीप चौधरी हैं। नकुड़ सीट के विधायक इसी बिरादरी के मुकेश चौधरी हैं। गंगौह विधान सभा सीट के विधायक चौधरी कीरत सिंह भी भाजपा का प्रतिनिधित्व करते हैं और जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष पद पर भी गुर्जर बिरादरी के चौधरी राजपाल सिंह हैं जबकि राजपूत बिरादरी का प्रतिनिधित्व देवबंद क्षेत्र के भाजपा विधायक कुंवर बृजेश रावत करते हैं।
भाजपा जिलाध्यक्ष पद पर सैनी बिरादरी के डा. महेंद्र सिंह सैनी हैं और जिले के दूसरे मंत्री भी गैर राजपूत यानि बिरादरी के जसवंत सैनी हैं। इस तरह से सहारनपुर जनपद में सत्तारूढ़ भाजपा में गूर्जरों का वर्चस्व है। लेकिन इसके बावजूद गूर्जर बिरादरी के भाजपा समेत सभी दलों के नेताओं ने अपना और वर्चस्व बढ़ाने के लिए मिहिर भोज यात्रा को जबरन निकालने का काम किया।
डीएम, एसएसपी प्रयास करके भी इस यात्रा को नहीं रोक पाए। जिले भर में राजपूत बिरादरी ने यूं तो संयम से काम लिया लेकिन जिला प्रशासन की इस यात्रा को रोकने में नाकाम साबित होने पर विभिन्न राजपूत संगठनों के युवा वर्ग ने कल सहारनपुर में सड़कों पर उतरकर अपना विरोध जताया। डीएम, एसएसपी उन्हें यह भरोसा देकर शांत करने में सफल रहे कि प्रशासन यात्रा के संचालकों को चिन्हित कर कार्रवाई करेगा।
प्रशासन ने कल जिले में इंटरनेट की सेवाएं बंद कर दी थी।आज पूरे जिले में कहीं भी किसी प्रकार की प्रतिक्रिया धरना, प्रदर्शन एवं विरोध सामने नहीं आया। पूरे जिले में स्थिति सामान्य बनी रही। यह अलग बात है कि गुर्जर समुदाय का नेतृत्व वर्ग अपनी मनमानी करने में सफल रहा। हिंदू गूर्जरों के साथ-साथ यात्रा में मुस्लिम गुर्जर भी शामिल रहे।
इस गुर्जर यात्रा में भाजपा के मौजूदा सांसद प्रदीप चौधरी के बेटे अंशुमन चौधरी, पूर्व विधायक महिपाल चौधरी, भाजपा के एमएलसी वीरेंद्र चौहान के बेटे मनीष चौहान, भाजपा की ओर से नकुड़ क्षेत्र के ब्लाक प्रमुख सुभाष चौधरी, इमरान मसूद के सहयोगी पूर्व जिला पंचायत सदस्य संदीप चौधरी, पूर्व विधायक मनोज चौधरी समेत प्रमुख गुर्जर नेताओं की भागीदारी रही।
एसपी सिटी अभिमन्यु मांगलिक ने आज कहा कि पूरे नगर सहारनपुर और उनके क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्रों में जनजीवन पूरी तरह सामान्य रहा और सहारनपुर में इस मुद्दे को लेकर किसी के भी खिलाफ कोई मुकदमा दर्ज नहीं किया गया। संभवतः जो भी कानूनी कार्रवाई होनी है वह नकुड़ कोतवाली के तहत ही सामने आएगी।
इंटरनेट की बहाली को लेकर पुलिस प्रशासनिक अफसरों ने आज बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। संभावना यह व्यक्त की जा रही है कि बुधवार को इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी जाएंगी। करीब 30 घंटों तक इंटरनेट सेवाएं बंद होने से कारोबार पर भी असर पड़ा है। लोगों को असुविधा का सामना करना पड़ा है। पत्रकारों को भी समाचार संबंधी सूचनाएं देने में काफी असुविधा हुई। कुछ वाईफाई कंपनियों ने भी अपनी सेवाएं बंद कर दी जिससे दिक्कतें और भी बढ़ गईं।
ज़िले में राजनैतिक समीक्षक यह जरूर कह रहे हैं कि लोक सभा चुनावों में इसका खामियाजा गुर्जर बिरादरी को उठाना पड़ सकता है। क्योंकि जिले के राजपूतों को नाराज करके वह ना तो लोकसभा सीट जीत सकते हैं और ना ही विधान सभा की सीट जीत सकते हैं।