कन्नौज। समाजवादी पार्टी के नेता मनोज दीक्षित द्वारा भारतीय जनता पार्टी के कन्नौज सीट से सांसद सुब्रत पाठक पर एक चुनावी सम्मेलन के दौरान विवादित टिप्पणी का चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया है। इस मामले में मुकदमा पंजीकृत करते हुए जांच शुरू कर दी गई है। वहीं इस विवादित टिप्पणी को लेकर योगी सरकार में मंत्री ने भाजपा सरकार में कानून से खिलवाड़ न करने की नसीहत दी है।
दरअसल इत्र नगरी कन्नौज में एक दिन पूर्व मंगलवार को समाजवादी पार्टी ने कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भी पहुंचे थे। मंच से सपा नेताओं द्वारा जनता को लुभाने के लिए बयानों का दौर जारी थी। इस बीच सपा नेता मनोज दीक्षित द्वारा भाजपा सांसद सुब्रत पाठक पर विवादित टिप्पणी की गई। इसका चुनाव आयोग ने संज्ञान लिया और देर रात कन्नौज कोतवाली में मामला दर्ज कराया गया है। माना जा रहा है कि जांच के बाद इस मामले में विवादित टिप्पणी करने वाले सपा नेता की मुश्किलें बढ़ सकती है।
विवादित बयान को लेकर कन्नौज का सियासी पारा गर्मी में और गर्मा गया है। इस मामले में उत्तर प्रदेश सरकार में समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण ने समाजवादी पार्टी के गुंडाराज से जोड़ा है। उन्होंने बेहद मार्मिक शैली में इस विवादित टिप्पणी को लेकर हमला करते हुए योगीराज में कानून व्यवस्था से खिलवाड़ न करने की ताकीद दी है।
उन्होंने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि अखिलेश का चरित्र फिर प्रकट हुआ है। उन्होंने कहा कि अखिलेश के इशारे पर सुब्रत पाठक के टुकड़े-टुकड़े करने की धमकी, ननकू जी यह योगी राज है सपा का गुंडा राज नहीं। फर्क साफ है, प्रधानमंत्री मोदी सफाई मित्रों के पैर पखारें, अखिलेश के नेता गाली दें। शर्म आनी चाहिए अखिलेश, माफी मांगनी चाहिए आपको।