मुजफ्फरनगर। जनपद के थाना तितावी क्षेत्र के अंतर्गत गांव जसोई नगला में देर रात दुल्हन की गाड़ी में तोड़फोड़ करते हुए लूट का प्रयास किया गया। वही लूट की सूचना पर मौके पर पहुंची थाना तितावी पुलिस ने मामले की छानबीन की। बाराती लूट की घटना बता रहे है जबकि पुलिस आपसी झगड़ा बता रही है।
दरअसल पूरा मामला यह है कि सहारनपुर के थाना बड़गांव के भटपुरा निवासी दुष्यंत सिंह प्रधान पुत्र यशपाल सिंह के बेटे विभोर राणा की बारात मुज़फ्फरनगर के गुज्जरहेड़ी से वापस लौट रही थी। उनका कहना है कि जैसे ही उनकी गाड़ियां नंगला पिथौरा में पहुंची तो कुछ असामाजिक तत्वों ने उनकी गाड़ियों पर हमला कर दिया और दुल्हन का मंगलसूत्र,गले की चैन और वीवो का मोबाइल लूट लिया।
उन्होंने पुलिस को दी अपनी लिखित शिकायत में अपनी गाड़ियों और मोबाइल के नंबर भी दिए है। उन्होंने नंगला पिथौरा के मुकुल और जयबीर सिंह के बेटे की हमलावरों के रूप में पहचान भी बताई है। एक मोबाइल पंडित का लूटा गया बताया जा रहा है। उन्होंने बताया कि हम वहां से जान बचाकर बिरालसी चौकी पहुंचे तो चौकी पर बताया गया कि हमारा इलाका नहीं है।
उन्होंने यह भी बताया कि एक बाराती को नंगला पिथौरा में बंधक बना लिया गया था जिसे 112 नंबर से आयी पुलिस बचाकर लाई थी।
दूसरी तरफ पुलिस का कहना है कि गुर्जरहेड़ी से बारात की गाड़ी आ रही थी।इस दौरान जसोई रोड स्थित गांव नगला पिथौरा में बारात की गाड़ी की साइड ग्रामीण को लग गई। साइड लगने से ग्रामीणों के साथ बहस शुरू हो गई। वही देखते ही देखते लाठी-डंडे निकल आए और गाड़ियों में तोड़फोड़ शुरू कर दी गई।
एसओ तितावी रावेंद्र सिंह यादव ने बताया कि बारात की गाड़ी गांव के लोगों की ही थी, जो साइड लगने से आपस में झगड़ा हो गया था, मगर कुछ अराजक तत्वों ने इस झगड़े को लूट का नाम देकर अफवाह फैला कर माहौल बिगाड़ने का प्रयास किया है।
एसओ तितावी का कहना है कि इस झगड़े में किसी को गंभीर चोट नहीं आई एवं न ही कोई किसी प्रकार की एफआईआर दर्ज की गई। झगड़े को आपस में बैठकर उसका निपटारा कर दिया गया था।
उन्होंने बताया कि सोशल मीडिया पर वायरल हो रही लूट की घटना का मामला झूठा और बेबुनियाद है जबकि यह मामला आपसी रंजिश के चलते हुआ था जिसका बाद में सुलहनामा हो गया था। उन्होंने बताया कि गांव में इस समय शांति बनी हुई है। कोई किसी प्रकार की टकराव या तनाव की स्थिति नहीं है।
एसपी देहात अतुल श्रीवास्तव का कहना है कि इस मामले में जांच के बाद आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बताया कि बच्चे को बारात की गाड़ी की साइड लगने से दोनों पक्षों में आपस में झगड़ा हो गया था मगर अराजक तत्वों द्वारा इस मामले को लूट की घटना बताते हुए सोशल मीडिया पर वायरल कर दी गई थी, जिसकी छानबीन करने एवं हकीकत का पता करने के लिए तितावी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और मामले की छानबीन की, जिसमें लूट की घटना सामने न आते हुए केवल आपसी झगड़े का मामला सामने आया।