मेरठ। नौंवी कक्षा के छात्र ने खुद के अपहरण का नाटक कर पिता से 10 लाख रुपये की रंगदारी मांग ली। अपहरण का पता चलते ही परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। इसके बाद टीपीनगर थाना पुलिस ने कुछ घंटे बाद ही छात्र को फलावदा थाना क्षेत्र के निहोरी गांव से बरामद कर लिया। वह रिश्ते में लगने वाला दादा के पास रह रहा था। दादा को इस पूरे मामले की कोई जानकारी नहीं थी। छात्र ने बताया कि उससे दो हजार रुपये खो गए थे। इसलिए अपहरण का नाटक किया था।
जसवंत नगर निवासी पिंटू चाय की दुकान पर नौकरी करता है। उसका 16 वर्षीय बेटा नौंवी कक्षा का छात्र है। गुरुवार को उसके पिता ने दो हजार रुपए देकर बैंक में जमा कराने के लिए भेजा था। इसके बाद वह वापस नहीं लौटा। परिजनों ने उसकी काफी तलाश की, लेकिन कोई पता नहीं चला।
उसका मोबाइल भी बंद मिला। रात करीब एक बजे पिंटू के वाट्सएप पर मैसेज आया। इसमें लिखा था। तुम्हारा बेटा हरियाणा में हमारे पास है। उसकी सलामती चाहते हो तो 10 लाख रुपये का बंदोबस्त कर लेना। फोन पर बेटे से भी बात कराई गई, लेकिन वह ज्यादा कुछ नहीं बोला। अपहरण का पता चलते ही परिजन शुक्रवार सुबह टीपीनगर थाने में पहुंचे। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की।
पिंटू के मोबाइल पर मेसेज आते ही दोबारा फोन बंद कर दिया गया। पुलिस ने सबसे पहले मोबाइल की लोकेशन ट्रेस की। इसकी आखिरी लोकेशन निहोरी गांव में मिली। इसके बाद परिजनों से बातचीत की गई। उन्होंने बताया कि दौराला में उनके परिवार के सदस्य रहते हैं।
पुलिस परिजनों को साथ लेकर उस स्थान पर पहुंची, जहां पर आखिरी लोकेशन मिली थी। पुलिस ने छात्र को आज वहां से बरामद कर लिया। वह रिश्ते में अपने दादा के साथ रह रहा था। दादा को इस बारे में जानकारी नहीं थी कि छात्र अपहरण का नाटक करके यहां रह रहा है। उसने दादा को यही बताया था कि स्कूल की छुट्टी है तो घूमने के लिए आ गया।