मोरना। शुकतीर्थ में स्थित चौहान क्षत्रिय धर्मशाला में चौहान क्षत्रिय कल्याण महासभा द्वारा शिव परिवार स्थापना दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें क्षत्रिय समाज की एकता को मज़बूत करने पर बल दिया गया। साथ ही समाज के वरिष्ठ नागरिकों को पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया व प्रतिभावान छात्र-छात्राओं को पुरूस्कार देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया।
मीरापुर से मिथिलेश पाल 30796 वोट से जीतीं, सुम्बुल राणा को हराया, यहाँ देखें किसको कितने वोट मिले
कार्यक्रम के मुख्य अथिति भाजपा नेता ठा. संगीत सोम ने कहा कि समाज में संगठन का बड़ा महत्व है। संगठन के माध्यम से देश सेवा समाज सेवा के कार्य होते रहने चाहिये, क्षत्रियों ने समाज में बड़ा योगदान दिया है। क्षत्रिय को हटा दिया तो इतिहास में एक पन्ना भी न बचेगा।
मुजफ्फरनगर में पालिका चेयरमैन मीनाक्षी स्वरूप के बेटे गिरफ्तार, सिद्धबली स्टील पर भी लगा छापा
उन्होंने कहा कि क्षत्रिय समाज का व्यक्ति सभी का सम्मान करता है, ब्राह्मण समाज के चरणों में शीश नवाये बिना कोई कार्य शुरू नहीं करते फिर भी क्षत्रिय समाज को ब्राह्मण विरोधी बताया जाता है। उन्होंने कहा कि हमें डोल मैंढ के आपसी झगड़ों को भूलकर बड़े संघर्ष की ओर ध्यान देना है।
मुस्लिम बाहुल्य गांवों में कम मतदान और पतंग की उड़ान ने मीरापुर में बिगाड़ा सपा का खेल
उन्होंने कहा कि कुछ लोग कहते हैं कि जो संगठन के अध्यक्ष हैं, उन्हें गंगाजी में फेंक देना चाहिए। ऐसा नहीं कहना चाहिए। किसी भी समाज का अपमान ना करें। हमें अपनी कमियों को भी देखना होगा। संगठन के जिम्मेदारों को गंगा में फेंक देने की बातें समाज का अपमान है, सोम ने कहा कि क्षत्रिय समाज अगर एकजुट न हुआ तो भविष्य में बुरे परिणाम होंगे। समाज की सेवा के लिए वह सदैव तत्पर रहेंगे।
यह सीएम योगी आदित्यनाथ और जयंत चौधरी के भरोसे की जीत है: मिथलेश पाल
बटेंगे तो कटेंगे, बयान का समर्थन करते हुए उन्होंने कहा कि यह बात क्षत्रिय समाज पर सबसे ज्यादा सटीक बैठती है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में किसी मौलाना ने कहा कि सब इकट्ठे होकर कांग्रेस को वोट दो। आप इकट्ठा हो जाओगे तो भाजपा को कोई देश में हरा नहीं सकेगा।
मिथलेश पाल ने पहले राउंड से ही ले ली थी बढत, आखिरी राउंड तक बढ़ती रही बढ़त लगातार
अधिवेशन में राष्ट्रीय सनातन बोर्ड की स्थापना करने, वन नेशन वन इलेक्शन प्रणाली को लागू करने, गुरुकुल शिक्षा बोर्ड की स्थापना करने, देश में तब्लीगी जमात को बैन करने व मदरसा बोर्ड को राष्ट्रीय स्तर से समाप्त करने का प्रस्ताव लाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता बुद्धराम चौहान ने की व संचालन रविन्द्र चौहान ने किया।