भोपाल। उप मुख्यमन्त्री राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि मध्यप्रदेश में काबिल डॉक्टर्स की कमी नहीं है। सभी डॉक्टर्स अपनी क्षमता के अनुसार सेवा प्रदान कर पाएं, इसके लिए पर्याप्त चिकित्सकीय और सहायक चिकित्सकीय मैन-पॉवर, स्वास्थ्य अधोसंरचना और उपकरणों की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। अधोसंरचना विकास के साथ चिकित्सकों का समर्पण, सेवा भावना और कर्मठता ही स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करती है।
उप मुख्यमंत्री शुक्ल मंगलवार की शाम भोपाल में निजी मीडिया समूह के “चिकित्सक सम्मान-2024” कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश जो ठान लेता है वह करके रहता है, जिस प्रकार कृषि, ऊर्जा और स्वच्छता के क्षेत्र में मध्यप्रदेश ने देश में शीर्ष स्थान प्राप्त किया है। उसी प्रकार समेकित प्रयास से हम स्वास्थ्य क्षेत्र के विभिन्न मानकों शिशु मातृ मृत्यु दर आदि में तेज गति से सुधार कर उत्कृष्ट राज्य बनेंगे। ग्रामीण क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त करने के प्रयास किए जा रहे हैं। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को ज़िला स्तर तक उन्नयन करने के लिए अपेक्षित कुशल चिकित्सक, अधोसंरचना और उपकरण की उपलब्धता पर कार्य किया जा रहा है।
उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सशक्त गौरवशाली नेतृत्व और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त किया जा रहा है। आज प्रदेश में 14 मेडिकल कॉलेज हैं, 3 और मेडिकल कॉलेज के संचालन की स्वीकृति मिल चुकी है। आगामी वर्ष में 6 मेडिकल कॉलेज संचालन की तैयारी प्रक्रियाधीन है। पीपीपी मोड पर भी मेडिकल कॉलेज संचालन के प्रयास किये जा रहे हैं ताकि हर जिले में उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हो। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि मध्यप्रदेश शीघ्र ही मेडिकल हब बनेगा। उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने चिकित्सा शिक्षा और चिकित्सा सेवा प्रदाय के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले चिकित्सकों को चिकित्सक सम्मान-2024 पुरस्कार प्रदान किया।