कानपुर। महिला सिपाही के भेद खोलने की धमकी से परेशान होकर दरोगा शनिवार को जान देने के लिए गंगा बैराज पर जा पहुंचा। हालांकि मामले की जानकारी होते ही पुलिस सर्विलांस के जरिए दरोगा को बचाने में कामयाब हो गई। यह जानकारी उप पुलिस आयुक्त प्रमोद कुमार ने दी।
उन्होंने बताया कि मूल रूप से बिहार के खरौना जिला निवासी प्रिंस कुमार राय वन विभाग में प्रशिक्षु दरोगा हैं। मौजूदा समय में उनकी किदवई नगर स्थित वन विभाग के प्रशिक्षण केन्द्र वानिकी में प्रशिक्षण चल रहा है। शुक्रवार देर शाम प्रिंस अचानक से प्रशिक्षण केन्द्र से लापता हो गए। उनके साथियों ने पुलिस को जानकारी दी कि प्रिंस अवसाद में हैं, वह कोई गलत कदम उठा सकता है।
मामले की जानकारी मिलते ही सर्विलांस टीम ने देखा तो उनकी लोकेशन गंगा बैराज पर मिली। पुलिस टीम तत्काल गंगा बैराज पहुंची तो देखा कि गंगा किनारे आत्महत्या की तैयारी में प्रिंस बैठा था। फूट-फूट कर रो रहा था। पुलिस ने तत्काल प्रिंस को पकड़ लिया।
पूछताछ में प्रिंस ने बताया कि बिहार की ही एक महिला सिपाही से उसकी नजदीकी थी। अब वह उसे भेद खोलने की धमकी और दुष्कर्म के आरोप में फंसाने और शादी का दबाव बना रही है। जबकि वह पहले से ही शादीशुदा है। कोहना थाने की पुलिस ने पूरे मामले की जानकारी उनके परिजनों और प्रशिक्षण केन्द्र में दी। इसके बाद दरोगा को प्रशिक्षण केन्द्र के अधिकारियों को सौंप दिया। इस मामले में कोई तहरीर नहीं दी गई है। जिससे कोई कार्रवाई नहीं की गई। पूरा प्रकरण बिहार का है। वन दरोगा यहां प्रशिक्षण कर रहा है। जिससे उसके खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई।