इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की दोनों बहनों अलीमा और उजमा खान को राजधानी इस्लामाबाद के डी चौक पर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार किया गया है। पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दोनों को सचिवालय पुलिस स्टेशन ले जाया गया है।
उल्लेखनीय है कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान को जेल से रिहा करने का दबाव बनाने के उद्देश्य से पीटीआई के विरोध प्रदर्शन की योजना को विफल करने के लिए पाकिस्तान की सरकार ने राजधानी इस्लामाबाद को आज सील कर दिया। विरोध प्रदर्शन का आह्वान इमरान खान ने किया था, जो एक साल से अधिक समय से रावलपिंडी की अदियाला जेल में बंद हैं।
आज ही पंजाब प्रांत की सरकार ने राजनीतिक सभाओं, विरोध प्रदर्शनों और रैलियों पर प्रतिबंध लगाने के लिए धारा 144 लागू करने के बाद प्रांत के चार शहरों में रेंजर्स कर्मियों को तैनात किया है। लाहौर, रावलपिंडी, अटक और सरगोधा में धारा 144 लागू की गई है। इसके अलावा कानून एवं व्यवस्था बनाए रखने में सहायता के लिए रेंजर्स को भी बुलाया गया है।
पंजाब सरकार ने लाहौर में विशेष रूप से 5 अक्टूबर के लिए रेंजर्स की तीन कंपनियों की सेवाओं का अनुरोध किया है। रावलपिंडी, अटक और सरगोधा में शुक्रवार, 4 अक्टूबर यानी आज से रविवार, 6 अक्टूबर तक तीन दिनों के लिए धारा 144 प्रभावी रहेगी।
उधर, पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नकवी ने कहा कि प्रदर्शनकारियों को नियंत्रित करने के लिए व्यापक कदम उठाए गए हैं और उन्हें इस्लामाबाद में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। मलेशिया के प्रधानमंत्री के शहर में होने और सरकार के 15-16 अक्टूबर को एससीओ शिखर सम्मेलन आयोजित करने की तैयारियों के मद्देनजर गृह मंत्री ने पीटीआई से अपना विरोध प्रदर्शन स्थगित करने का आग्रह किया है। नकवी ने कहा कि पकड़े गए लोगों के साथ कोई नरमी नहीं बरती जाएगी।
उन्होंने कहा कि खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री अली अमीन गंडापुर द्वारा ऐसी कार्रवाइयों का समर्थन करना अनुचित है। गंडापुर ने विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व करने और सभी अवरोधों को पार करके विरोध स्थल तक पहुंचने की घोषणा की है।