मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मंगलवार को कहा कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पिछले सप्ताह निर्दोष लोगों पर हुए हमले पर राजनीति करना बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने विश्वास जताया कि मोदी सरकार आतंकवादियों को नहीं छोड़ेगी। शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने कहा कि पहलगाम में जब आतंकवादियों ने हमला किया, तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश दौरा रद्द करके देश लौट आए। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को तुरंत कश्मीर भेजा। राजनाथ सिंह को तत्काल कार्रवाई के लिए स्थिति का जायजा लेने के लिए भेजा। उन्होंने तुरंत एक बहुत ही महत्वपूर्ण बैठक की और पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े फैसले लिए।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि सिंधु जल संधि को रोक दिया, पांच उच्चायोग अधिकारियों को निकाल दिया, पाकिस्तानी नागरिकों का वीजा रद्द कर दिया, अटारी बॉर्डर को बंद कर दिया। देश में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने का आदेश जारी किया। हम किसी की कल्पना से परे जाकर पाकिस्तान को सबक सिखाएंगे। उन्होंने कहा, “मुझे और सभी देशवासियों को विश्वास है कि पीएम मोदी आतंकवादियों को नहीं छोड़ेंगे, पहलगाम आतंकी हमले का बदला लेंगे और मुंहतोड़ जवाब देंगे। निश्चित रूप से पीएम मोदी ऐसा सबक सिखाएंगे कि इसके बाद पाकिस्तान और आतंकवादियों की हमला करने की फिर हिम्मत न हो।” उल्लेखनीय है कि पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के ठीक एक सप्ताह बाद मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की।
सूत्रों ने बताया कि उन्होंने आतंकवाद पर ‘करारा प्रहार’ करने के लिए सेना को खुली छूट दे दी है। बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान के साथ ही सेना, नौसेना तथा वायु सेना के प्रमुख भी मौजूद थे। माना जा रहा है कि बैठक का एजेंडा कार्रवाई योग्य खुफिया जानकारी की समीक्षा करना और सीमा पार आतंकवादी ढांचे को नष्ट करने के उद्देश्य से सैन्य और रणनीतिक विकल्पों पर विचार-विमर्श करना था। सूत्रों के अनुसार, प्रधानमंत्री ने बैठक में कहा कि आतंकवाद पर करारा प्रहार हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। गौरतलब है कि 22 अप्रैल को केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंवादियों ने 26 पर्यटकों की गोली मारकर हत्या कर दी थी। उनके अलावा, इस हमले में 20 से अधिक लोग घायल हुए थे।