लखनऊ – पिछले एक पखवाड़े से प्रचंड गर्मी और लू की मार झेल रहे उत्तर प्रदेश में सप्ताह के अंत तक बारिश की बूंदे राहत प्रदान कर सकती हैं।
मौसम विभाग के अनुसार आगामी 2-3 दिनों के दौरान महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, ओडिशा, तटीय आंध्र प्रदेश और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों तथा गंगीय पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल के शेष हिस्सों और बिहार, झारखण्ड के कुछ हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं। बिहार-झारखण्ड में आगे बढ़ने के उपरान्त ही मानसून के उत्तर प्रदेश में आगे बढ़ने के सम्बन्ध में स्थिति स्पष्ट होगी।
पिछले 24 घंटे में कानपुर राज्य का सर्वाधिक गर्म इलाका रहा जहां अधिकतम तापमान 46.3 डिग्री और रात का तापमान 35.3 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। लखनऊ में दिन का तापमान 45.3 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से 7.3 डिग्री अधिक था। यहां रात का तापमान 32.6 डिग्री सेल्सियस रहा जो सामान्य से 5.6 डिग्री अधिक था।
राज्य के अधिसंख्य इलाकों में दिन का तापमान 45 डिग्री के आसपास और रात का तापमान 32 से 35 डिग्री के बीच रिकार्ड किया गया। लखीमपुर खीरी में रात का तापमान 33 डिग्री रहा जो 1969 के बाद सबसे अधिक है वहीं शाहजहांपुर में रात 47 साल बाद सबसे गर्म रही। वाराणसी में 1969 के बाद रात का तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया है।
गर्मी के तल्ख तेवर लोगों को बीमार बना रहे हैं। जून के महीने में प्रचंड गर्मी से दिल के मरीजों की परेशानियां बढी है वहीं हीट स्ट्रोक से कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी है। सुबह 11 बजे के बाद सड़कों पर पसरा सन्नाटा शाम पांच बजे तक बरकरार रहता है। गर्मी के उग्र तेवर से राज्य में बिजली की मांग 30 हजार मेगावाट से ऊपर चली गयी है। लोकल फाल्ट से राज्य के अधिसंख्य जिले परेशान है। पर्याप्त आपूर्ति के बावजूद ट्रांसफार्मर और केबिल फाल्ट से बिजली की लुकाछिपी जारी है।