बरेली हिंसा के बाद सलमान मियां से छीनी गई सरकारी सुरक्षा, खुफिया रिपोर्ट में संदिग्ध भूमिका का खुलासा

बरेली । उत्तर प्रदेश के बरेली जनपद में जुमे की नमाज के बाद भड़की हिंसा के बाद योगी सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए अब बड़े चेहरों पर भी कार्रवाई शुरू कर दी है। इसी कड़ी में दरगाह आला हजरत से जुड़े और काजी-ए-हिंदुस्तान असजद मियां के दामाद सलमान हसन खां उर्फ सलमान मियां की सरकारी सुरक्षा वापस ले ली गई है।
सलमान मियां को शासन स्तर से लंबे समय से दो गनर – हेड कांस्टेबल नफीस और नवाब – की सुरक्षा मिली हुई थी। लेकिन हालिया हिंसा की जांच में खुफिया एजेंसियों ने उनकी भूमिका को संदिग्ध माना। रिपोर्ट सामने आने के बाद शासन ने तत्काल उनकी सुरक्षा हटा दी। मंगलवार रात दोनों गनर ने पुलिस लाइन में हाजिरी लगाकर अपनी ड्यूटी वापस संभाल ली। अब सलमान मियां के पास कोई सरकारी सुरक्षा नहीं रहेगी।
सूत्रों के अनुसार सलमान मियां का घर दरगाह आला हजरत के पास कोतवाली क्षेत्र में है, जहां पुलिस और खुफिया एजेंसियों ने निगरानी और कड़ी कर दी है। सुरक्षा हटने के बावजूद उनकी गतिविधियों पर पैनी नजर रखी जा रही है।
एसएसपी अनुराग आर्य ने स्पष्ट कहा कि हिंसा भड़काने वालों पर कड़ा एक्शन होगा। “किसी भी प्रभावशाली या रसूखदार को बख्शा नहीं जाएगा। जांच में जिनका भी नाम सामने आएगा, उन पर सख्त कार्रवाई होगी,”
उधर, पुलिस लगातार ताबड़तोड़ कार्रवाई में जुटी हुई है। अब तक दर्जनों उपद्रवी गिरफ्तार कर जेल भेजे जा चुके हैं। कई आरोपियों की संपत्तियों पर भी प्रशासन का शिकंजा कसा गया है। वहीं, सीसीटीवी फुटेज और खुफिया इनपुट के आधार पर नए चेहरों की पहचान जारी है।
हिंसा के बाद शहर में तनाव की स्थिति बनी हुई है, लेकिन प्रशासन का दावा है कि हालात पर पूरी तरह नियंत्रण है और किसी भी कीमत पर कानून-व्यवस्था बिगड़ने नहीं दी जाएगी।
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