बरेली बवाल: ड्रोन फुटेज से हुआ खुलासा, खलील तिराहे पर कैसे बिगड़े हालात; 81 आरोपी गिरफ्तार

बरेली - उत्तर प्रदेश के बरेली में 26 सितंबर को हुए उपद्रव की सच्चाई ड्रोन फुटेज के माध्यम से सामने आई है। इस फुटेज में साफ तौर पर देखा जा सकता है कि जुमे की नमाज के बाद खलील तिराहे पर अराजक भीड़ ने अचानक पथराव शुरू कर दिया और वहां मौजूद दुकानों तथा वाहनों को निशाना बनाया।
हिंसा का कारण और परिणाम
मौलाना तौकीर रजा की अपील: आईएमसी प्रमुख मौलाना तौकीर रजा ने "आई लव मोहम्मद" के समर्थन में बड़ी भीड़ जमा करने की अपील की थी।
अराजकता: पुलिस के अनुसार, जब मौलाना तौकीर रजा खुद मौके पर नहीं पहुंचे, तो भीड़ बेकाबू हो गई और माहौल बिगड़ गया।
पुलिस एक्शन: हालात संभालने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल करना पड़ा।
क्षति: इस हिंसा में 22 पुलिसकर्मी घायल हुए थे।
ताबड़तोड़ गिरफ्तारियां और SIT जांच
मुकदमे: बवाल के संबंध में विभिन्न थानों में 10 मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिनमें 125 नामजद और लगभग तीन हजार अज्ञात आरोपी शामिल हैं। मौलाना तौकीर रजा का नाम भी सात मुकदमों में जोड़ा गया है।
SIT जांच: एसएसपी अनुराग आर्य के निर्देश पर एसपी सिटी मानुष पारीक की अगुवाई में एक SIT (विशेष जांच दल) मामले की जांच कर रही है।
नई गिरफ्तारियां: बुधवार (1 अक्टूबर) को पुलिस ने छह वांछितों को और गिरफ्तार किया। इनमें कोतवाली पुलिस ने मुठभेड़ के बाद डॉ. नफीस के बेटे फरहान सहित दो को, जबकि बारादरी पुलिस ने चार अन्य आरोपियों (शान, मोहम्मद नदीम, रिजवान, और अमान हुसैन) को दबोचा।
कुल गिरफ्तार: बवाल के मामले में अब तक 81 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं, जिनमें तौकीर रजा, डॉ. नफीस और नदीम खान जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं।
यह कार्रवाई दिखाती है कि प्रशासन हिंसा भड़काने वालों और उपद्रवियों पर लगातार कड़ा शिकंजा कस रहा है।
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