महोबा। बुंदेलखंड के महोबा जिले से एक ऐसी प्रेम कहानी सामने आई है, जिसने न केवल सामाजिक रूढ़ियों को चुनौती दी है, बल्कि प्रेम की एक नई परिभाषा भी लिखी है। यहां दो युवतियों ने दुनिया की परवाह किए बिना एक-दूसरे का हाथ थामा और वैवाहिक बंधन में बंध गईं। खास बात यह है कि इस रिश्ते को परिजनों ने भी सहर्ष स्वीकार करते हुए घर आई 'बहू' का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया।
मामला चरखारी कस्बे के छोटा रमना इलाके का है। यहां के निवासी साहब सिंह की पुत्री हेमा का व्यवहार बचपन से ही लड़कों जैसा था। हेमा ने बताया कि करीब तीन वर्ष पूर्व उसकी मुलाकात मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के लबरहा गांव निवासी पूजा से हुई थी। धीरे-धीरे यह मुलाकात गहरे प्रेम में बदल गई। अपने प्यार को मुकाम तक पहुंचाने के लिए हेमा ने अपना नाम बदलकर 'हेमंत' रखा और दोनों ने दिल्ली जाकर 06 अक्टूबर को कोर्ट मैरिज कर ली।
हेमा उर्फ हेमंत फिलहाल फल की दुकान चलाती है और उसने भविष्य में अपना जेंडर चेंज कराने का भी निर्णय लिया है। गुरुवार को जब यह जोड़ा महोबा पहुंचा, तो परिजनों ने तिलक लगाकर और शादी की रस्में निभाकर पूजा का बहू के रूप में स्वागत किया। क्षेत्र में यह अनोखा विवाह कौतूहल और चर्चा का केंद्र बना हुआ है।