मेरठ में 500 करोड़ का जीएसटी घोटाला उजागर: यूपी एसटीएफ ने स्क्रैप माफिया सहित 8 को दबोचा
मेरठ। यूपी एसटीएफ ने मेरठ से एक ऐसे गिरोह को पकड़ा है जिसने फर्जी फर्मों के जरिए करीब 500 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी की है। इस मामले में शुक्रवार को एसटीएफ ने स्क्रैप व्यापारी सहित आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। मेरठ से पकड़े गिरोह ने करीब 125 फर्जी फर्में बनाकर जीएसटी की चोरी की है। मजे की बात आगरा के पते पर बनाई एक ही कंपनी से 137 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी की गई।
यूपी एसटीएफ ने शुक्रवार को फर्जी फर्मों व फर्जी बिल काटकर 500 करोड़ रुपये की जीएसटी चोरी करने वाले गिरोह का राजफाश किया है। पकड़े गए आरोपियों के पास से 90 फर्मों की मुहर, 54 बैंक पासबुक, 24 फर्मों की बिलिंग फाइलें और 125 बोगस फर्मों का डाटा लैपटॉप से बरामद हुआ। गिरोह ने लखनऊ के पते पर भी छह फर्जी फर्में पंजीकृत करवाकर करोड़ों का हेरफेर किया है।
एसटीएफ के डिप्टी एसपी प्रमेश कुमार शुक्ल ने बताया कि आगरा के लोहामंडी थाने में जीएसटी की तरफ एक एफआईआर दर्ज कराई गई थी। केस की छानबीन के लिए एसटीएफ को लगाया था। सबूत के आधार पर मेरठ के स्क्रैप व्यापारी दिलशाद मलिक, उसकी कंपनी के कर्मचारी मोहम्मद वसीम, मोहम्मद सोहेल, जावेद मलिक, इकरामुद्दीन, नोएडा के अंकुर तिवारी (मूल निवासी अंबेडकरनगर), गाजियाबाद (मूल निवासी अंबेडकरनगर) के स्वतंत्र कुमार तिवारी और दिल्ली (मूल निवासी देवरिया) के रमेश पटेल को गिरफ्तार किया गया है। दिलशाद के साथ रमेश भी स्क्रैप का काम करता है।
