मेरठ में उधारी चुकाने से बचने के लिए रची 'फर्जी लूट' की पटकथा; सरूरपुर पुलिस ने 48 घंटे में किया पर्दाफाश
मेरठ। आर्थिक लेन–देन के विवाद में रची गई फर्जी बाइक लूट का थाना सरूरपुर पुलिस ने खुलासा किया है। थाना सरूरपुर पर पंजीकृत मु0अ0सं0 430/2025 धारा 309(4) बीएनएस में दर्ज लूट की घटना पुलिस जांच में झूठी पाई गई है। दिनांक 24 दिसंबर को आवेदक सचिन पुत्र नेत्रपाल निवासी ग्राम पाँचली बुजुर्ग थाना सरूरपुर द्वारा सूचना दी गई थी कि उसकी बाइक एवं पांच हजार की धनराशि को सरधना–बिनौली मार्ग पर भूनी चौराहे से आगे एपीएस कॉलेज के पास तीन अज्ञात बाइक सवार व्यक्तियों द्वारा लूट लिया गया है। सूचना के आधार पर थाना सरूरपुर पर मु0अ0सं0 430/2025 धारा 309(4) बीएनएस पंजीकृत कर विवेचना प्रारंभ की गई।
विवेचना के दौरान सीसीटीवी कैमरों का गहन अवलोकन किया गया। संबंधित व्यक्तियों के बयान दर्ज किए गए। जांच में तथ्य प्रकाश में आया कि आवेदक सचिन द्वारा तीन-चार माह पूर्व अपने मित्र प्रमोद पुत्र वीर सिंह एवं विवेक पुत्र कुलदीप निवासीगण ग्राम गोटका थाना सरूरपुर की जिम्मेदारी पर सरधना स्थित शेखर किराना स्टोर के मालिक शेखर जैन से 15 हजार का राशन उधार लिया गया था। उधारी की धनराशि समय से न चुकाने के कारण लगातार भुगतान का दबाव बनाया जा रहा था।
दिनांक 24 दिसंबर को सरधना–बिनोली मार्ग पर सचिन की मुलाकात प्रमोद व विवेक से हुई। जहां सचिन द्वारा पांच हजार की धनराशि दोनों के खातों में ट्रांसफर की गई तथा शेष 10 हजार की देनदारी के एवज में अपनी बाइक स्वयं जिम्मेदारी के तौर पर प्रमोद को दे दी गई। बाद में सोशल मीडिया व आमजन में लूट की सूचना प्रसारित होने पर प्रमोद द्वारा उक्त बाइक स्वयं थाना सरूरपुर पर लाकर प्रस्तुत की गई। जांच में स्पष्ट हुआ कि आवेदक सचिन द्वारा पुलिस को गुमराह करने, तथ्यों को छिपाने तथा संबंधित व्यक्तियों को झूठे मुकदमे में फंसाने के उद्देश्य से फर्जी लूट की घटना रची गई। जानबूझकर असत्य सूचना दी गई।
