सेना पर बयान वाला केस निर्णायक मोड़ पर: क्या आजम खान को 11 दिसंबर को मिलेगी राहत या सजा?
Rampur News: रामपुर में समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व कैबिनेट मंत्री आजम खान के खिलाफ सेना पर दिए गए कथित विवादित बयान मामले की सुनवाई सोमवार को पूरी हो गई। एमपी–एमएलए स्पेशल कोर्ट ने दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद फैसला सुरक्षित कर लिया है, जिसे 11 दिसंबर को सुनाया जाएगा। इस फैसले को लेकर न सिर्फ राजनीतिक हलकों में हलचल है, बल्कि कानूनी दृष्टि से भी यह बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
2017 में दर्ज हुआ था मामला
कोर्ट में दाखिल हुआ आरोप पत्र
घटना के बाद पुलिस ने मामले की विस्तृत विवेचना की और आजम खान के खिलाफ आरोप पत्र अदालत में दाखिल कर दिया। जांच रिपोर्ट में कहा गया कि बयान संवेदनशील प्रकृति का था और इससे कानून-व्यवस्था के साथ-साथ सार्वजनिक भावनाओं पर भी असर पड़ सकता था। लंबे समय से चल रही कानूनी प्रक्रिया अब अपने अंतिम चरण में पहुँच चुकी है।
न्यायालय ने पत्रावली सुरक्षित की
एमपी-एमएलए कोर्ट में सोमवार को बचाव पक्ष ने विस्तृत बहस की। आजम खान के वकीलों ने तर्क दिया कि दिए गए बयान को गलत तरीके से पेश किया गया और उसे तोड़-मरोड़कर विवादित बनाया गया। अभियोजन पक्ष अपनी दलीलों को पहले ही रख चुका था। दोनों पक्षों की बहस समाप्त होने के बाद न्यायालय ने केस रिकॉर्ड सुरक्षित कर फैसला सुनाने की तारीख 11 दिसंबर घोषित कर दी।
11 दिसंबर पर टिकी निगाहें
जैसे-जैसे फैसला नजदीक आ रहा है, राजनीतिक दलों और स्थानीय समर्थकों में उत्सुकता बढ़ती जा रही है। कई लोगों का मानना है कि यह फैसला आजम खान के राजनीतिक भविष्य को भी प्रभावित कर सकता है। 11 दिसंबर का दिन रामपुर और उत्तर प्रदेश की सियासत के लिए बेहद अहम माना जा रहा है।
