मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में शुरू हुई परीक्षाओं के पहले दिन कुलपति प्रोफेसर संगीता शुक्ला ने परीक्षा केंद्रों पर औचक निरीक्षण कर प्रशासन की सख्ती का स्पष्ट संदेश दिया। उनके साथ प्रतिकुलपति प्रोफेसर मृदुल कुमार गुप्ता और शोध निदेशक प्रोफेसर बीरपाल सिंह भी थे। जिन्होंने सख्त निगरानी सुनिश्चित की। कुलपति ने डॉ. भीमराव अंबेडकर डिग्री कॉलेज और मेरठ कॉलेज सहित विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर निरीक्षण के दौरान कुलपति ने न सिर्फ व्यवस्थाओं का बारीकी से परीक्षण किया, बल्कि छात्रों से संवाद कर उनकी समस्याएं भी जानीं।
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परीक्षा कक्षों में पहुंचकर सीसीटीवी व्यवस्था, उत्तरपुस्तिका वितरण और अनुशासन की स्थिति का भी गहन मूल्यांकन किया गया। कुलपति ने कहा, हमारा उद्देश्य है, पारदर्शी और नकलमुक्त परीक्षा व्यवस्था। किसी भी प्रकार की गड़बड़ी को सहन नहीं किया जाएगा! उन्होंने यह भी जोड़ा कि विद्यार्थियों की मेहनत का सम्मान करना हम सबकी जिम्मेदारी है। पारदर्शी परीक्षाएं ही सही प्रतिभा का आकलन करेंगी। विद्यार्थियों की ईमानदार मेहनत का सम्मान सुनिश्चित करना हमारा कर्तव्य है। परीक्षा की पारदर्शिता से ही भविष्य के निर्माण की नींव रखी जा सकती है।
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औचक निरीक्षणों का यह सिलसिला आगे भी अनवरत जारी रहेगा। कुलपति के इस औचक निरीक्षण ने परीक्षा केंद्रों पर सख्ती और अनुशासन का माहौल बना दिया। परीक्षा शांतिपूर्वक और व्यवस्थित तरीके से संचालित होती रही। कुलपति का यह दौरा विश्वविद्यालय प्रशासन की कड़ी निगरानी और पारदर्शिता की प्रतिबद्धता को स्पष्ट करता है।