मुजफ्फरनगर। वक्फ संशोधन कानून के विरोध में ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की अपील पर मुस्लिम बहुल क्षेत्रों में 15 मिनट तक बिजली बंद कर विरोध जताया गया। विरोध का यह तरीका “बत्ती गुल” आंदोलन के रूप में सामने आया, जिसमें लोगों ने रात 9:00 से 9:15 बजे तक अपने घरों, दुकानों और मस्जिदों की लाइटें बंद रखीं।
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मुफ्ती मोहम्मद अब्दुल्लाह ने जानकारी देते हुए बताया कि ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और ओवैसी साहब की ओर से नए वक्फ कानून के विरोध में शांतिपूर्ण प्रदर्शन की अपील की गई थी। इस अपील का व्यापक असर देखने को मिला और मुस्लिम समुदाय के लोगों ने स्वेच्छा से लाइटें बंद कर अपना ऐतिजाज दर्ज कराया।
मुफ्ती अब्दुल्लाह ने आरोप लगाया कि, “मोदी सरकार द्वारा लाया गया नया वक्फ कानून सीधे तौर पर मुसलमानों के मजहब और पर्सनल लॉ में दखलअंदाजी है। हम इसकी पुरजोर मुखालफत करते हैं और मांग करते हैं कि इसे तुरंत वापस लिया जाए।”
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उन्होंने कहा कि, “हमने न सिर्फ घरों और दुकानों की लाइटें बंद कीं, बल्कि मस्जिदों की रौशनी भी बुझाकर शांतिपूर्ण विरोध जताया। हमारी अपील है कि सरकार इस कानून को वापस ले ताकि देश में आपसी सौहार्द बना रहे और किसी के धार्मिक अधिकारों में हस्तक्षेप न हो।”
मुफ्ती ने यह भी कहा कि सभी अमनपसंद और धर्मनिरपेक्ष सोच वाले लोगों को इस कानून के खिलाफ खड़ा होना चाहिए ताकि देश के संविधान और धार्मिक स्वतंत्रता की गरिमा बनी रहे।