गाजियाबाद। पैतृक संपत्ति का बंटवारा नहीं होने से नाराज महिला के फंदा लगाने के मामले में मिले सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने महिला के जेठ और उसके बेटे के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है। चार दिसंबर 2024 को प्रदीप कुमार अरोड़ा की पत्नी रीता अरोड़ा निवासी केसी कविनगर ने फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली थी। प्रदीप का आरोप है कि पैतृक संपत्ति के विवाद को लेकर उनकी पत्नी को उनके बड़े भाई और भतीजा धमकी देते थे।
मुजफ्फरनगर में बिना लाइसेंस के औषधि विक्रय प्रतिष्ठान पर छापामार कार्रवाई
कविनगर निवासी प्रदीप अरोड़ा ने बताया कि काफी समय से पैतृक संपत्ति के बंटवारे को लेकर बड़े भाई सुबोध कुमार अरोड़ा से विवाद चल रहा है। प्रदीप अरोड़ा को संपत्ति देने या बेचने के नाम पर आरोपी सुबोध अरोड़ा व उनका बेटा अमित अरोड़ा उनकी पत्नी के साथ गाली-गलौच करता था। दोनों प्रॉपर्टी को बेचने के नाम पर बाजार से अधिक रुपये मांगकर मानसिक उत्पीड़न करते थे। इसकी शिकायत समाज और रिश्तेदारों से की गई लेकिन उन्होंने संपत्ति नहीं दी।
मुजफ्फरनगर में डीएम की प्रोफाइल पिक्चर लगाकर रुपए मांगने का प्रयास, साइबर अपराधियों का दुस्साहस
बताया कि उनकी कोई संतान नहीं है और वह परिजनों से परेशान होकर किराये के मकान में रहने लगे। मानसिक उत्पीड़न से परेशान उनकी पत्नी रीता अरोड़ा चार दिसंबर 2024 को घर से दूध लाने की बात कहकर निकली और वापस नहीं लौटीं। पैतृक मकान पर जाकर देखा तो मेन गेट खुला था और बंद कमरे में रीता का शव फंदे पर लटका था।