लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ विधानसभा में शुक्रवार को एक अलग ही मूड में नजर आए। 2 घंटे 11 मिनट के अपने भाषण में उन्होंने कई बार विपक्षी विधायक शिवपाल यादव पर हल्के-फुल्के अंदाज में व्यंग्य भी किया तो शिवपाल के माध्यम से अखिलेश को भी निशाने पर लिया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को विधानसभा में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अंदाज में विपक्ष पर जमकर प्रहार किया। शायराना अंदाज में शिवपाल का नाम बार-बार लेकर उन्होंने नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव पर खूब निशाना साधा। योगी के इस अंदाज पर सदन में लगातार ठहाके गूंजते रहे।
विधानसभा के मानसून सत्र का आज अंतिम दिन था। शुरु में नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव ने किसानों की समस्या और मंहगाई समेत कई मुद्दों पर सरकार को जमकर घेरने की कोशिश की। करीब एक घंटे के भाषण में पूर्व मुख्यमंत्री ने आवारा जानवरों को लेकर भी योगी सरकार पर खूब बरसे।
बाद में जब नेता सदन और मुख्यमंत्री योगी बोलने के लिए खड़े हुए तो उन्होंने शुरुआत ही शायराना अंदाज में की। दुष्यंत कुमार की पंक्तियों,’तुम्हारे पांव के नीचे कोई जमीन नहीं, कमाल ये है कि फिर भी तुम्हें यकीन नहीं’ को पढ़ते हुए योगी ने अखिलेश यादव को आइना दिखाया। संत तुलसीदास की पंक्ति, ‘समरथ को नहीं दोष गोसाईं’ पढ़ते हुए मुख्यमंत्री योगी ने सपा मुखिया पर तंज कसा कि जो लोग जन्म से ही चांदी के चम्मच में खाने के आदी हो जाते हैं, वे गरीब की समस्या को कभी नहीं समझ सकते हैं।
योगी यहीं नहीं रुके, नेता प्रतिपक्ष द्वारा उठाए गए किसानों के मुद्दे पर उन्होंने डा0 रामकुमार वर्मा की पंक्तियां, ‘हे ग्राम देवता! नमस्कार! सोने-चांदी से नहीं, किन्तु तुमने मिट्टी से किया प्यार। हे ग्राम देवता! नमस्कार!’ पढ़कर कहा कि डबल इंजन की सरकार इन्हीं पंक्तियों को ध्यान में रखकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार किसानों के प्रति समर्पित है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी गुरुवार को लोकसभा में बोलते हुए कुछ इसी अंदाज में ही विपक्ष को धोया था। मोदी ने भी अपने भाषण में बार-बार विभिन्न कविताओं का जिक्र करते हुए विपक्ष पर कटाक्ष किया था। ‘जिनके खुद के बही-खाते बिगड़े हुए हैं, वो भी हमसे हमारा हिसाब पूछते हैं।’ और ‘दूर युद्ध से भागते, नाम रखा रणधीर, भागचंद की आज तक सोई है तकदीर।’ जैसी पंक्तियों के माध्यम से मोदी ने विपक्ष पर लगातार कई व्यंग वाण छोड़े थे।
लोकसभा में मोदी के भाषण के ठीक एक दिन बाद योगी ने विधानसभा में प्रधानमंत्री की ही तर्ज पर विपक्ष की चुटकी ली। इस दौरान उन्होंने शिवपाल यादव के बहाने भी नेता प्रतिपक्ष पर जमकर तंज कसा। मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में शिवपाल यादव का नाम कई बार लिया। उनकी तरफ इशारा करते हुए यह भी कहा कि आपके रिहर्सल में कमी रह गई है। योगी ने शिवपाल को नसीहत भी दी, कहा कि ये लोग आपकी कीमत नहीं समझेंगे, आपको अपना रास्ता चुन लेना चाहिए।
हालांकि, इस दौरान शिवपाल भी चुटकी लेने से नहीं चूके। सुभासपा मुखिया ओमप्रकाश राजभर की तरफ इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि इनको मंत्री पद की शपथ जल्द दिला दीजिए नहीं तो ये मेरी तरफ फिर आ जाएंगे। दरअसल ओमप्रकाश राजभर ने पिछला विधानसभा चुनाव सपा के साथ लड़ा था, लेकिन कुछ दिन पहले वह भाजपा गठबंधन में शामिल हो गए।
अखिलेश पर तंज कसते हुए मुख्यमंत्री योगी ने शिवपाल से कहा कि कहा कि चच्चू कुछ तो सिखाया करो, समय का सदुपयोग करो। चच्चू अगर आपने सही निर्णय नहीं लिया तो 27 में आप ही क्लीन बोल्ड होने वाले हैं। अभी से तय कर लो आप।
सीएम ने कहा कि इतिहास गवाह है कि जब परिवार में सत्ता का संघर्ष बढ़ता है तो कुछ न कुछ चीजें तो सामने आएंगी। शिवपाल जी के प्रति हमारी सहानुभूति है। आपके साथ अन्याय हुआ है। आपके साथ ये लोग न्याय करेंगे भी नहीं।
उन्होंने कहा कि कोई व्यक्ति सर्पदंश और सांड से मरे, इन सभी को आपदा घोषित करने वाला यूपी देश का पहला राज्य है। हम सांड की नंदी के रूप में पूजा करते हैं। शिवपाल जी आप नहीं करते क्या? तो, कुछ तो समझाया करें इन्हें।
सीएम योगी ने कहा कि 2012 से 17 के बीच प्रदेश की जनता चाचा-भतीजे के बीच द्वंद्व का शिकार होती रही। भतीजे को लगता था कि चाचा हावी ना हो जाएं, इसलिए पैसे नहीं देते थे।
उन्होंने कहा कि एमएसपी क्या होता है शायद नेता विरोधी दल को पता नहीं है। शिवपाल जी को ये बताना चाहिए।