मुजफ्फरनगर। अपराध का पर्याय बन चुके विनोद गड़रिया पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। एडीजी मेरठ जोन ध्रुव कांत ठाकुर ने विनोद गड़रिया पर एक लाख रुपये और उसके साथी संदीप पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। पिछले दिनों विनोद गडरिया गैंग ने डकैती की कई वारदातों को एक ही पैटर्न पर अंजाम दिया था। पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ था कि उक्त सभी डकैतियों की वारदातों को विनोद गडरिया और उसके गैंग ने अंजाम दिया था। इसके बाद पुलिस ने गैंग के 12 सदस्यों पर 25-25 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया था। गत फरवरी में क्राइम ब्रांच और बुढाना
पुलिस के साथ इस गैंग की मुठभेड हुई थी, जिसमें गैंग का एक सदस्य अजयपाल उर्फ अजयवीर मारा गया था। इस दौरान कई अन्य साथियों को गिरफ्तार किया गया, लेकिन विनोद अपने कुछ साथियों के साथ मौके से फरार हो गया था। विनोद गडरिया और उसके साथी संदीप को पकडने के लिये उत्तर प्रदेश एसटीएफ, कई थानों की पुलिस और क्राइम ब्रांच लगातार छापेमारी कर रही है। संदीप सिखेडा थाना क्षेत्र के गांव भंडूर का निवासी है। दोनों की तलाश में पुलिस ने अब ईनाम की राशि बढाकर विनोद पर एक लाख और संदीप पर पचास हजार रूपये कर दी है।
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एसएसपी अभिषेक सिंह ने बताया कि विनोद गडरिया पर एडीजी स्तर से एक लाख रूपये और उसके साथी संदीप पर 50 हजार रूपये का ईनाम घोषित किया गया है। दोनों की तलाश के लिये पुलिस की टीमें लगातार काम कर रही हैं। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार करने की उम्मीद है। विनोद गडरिया और उसके गैंग की वारदातों ने मुजफ्फरनगर और आसपास के इलाकों में दहशत का माहौल बना रखा है।
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शामली जनपद के कैराना थाना क्षेत्र के खुरगान गांव का निवासी विनोद गडरिया लम्बे समय से अपराध की दुनिया में सक्रिय है। उसने अपने गैंग के साथ मिलकर मुजफ्फरनगर और आसपास के जनपदों में डकैती की कई वारदातों को अंजाम दिया है। पुलिस के अनुसार विनोद गडरिया ने सबसे पहले 2013 में शामली में डकैती की थी, जिसमें विरोध करने पर एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। इसके बाद से उसका गैंग लगातार अपराधों में लिप्त चला आ रहा है।