नोएडा। जनपद गौतमबुद्ध नगर की एक मात्र नगरपालिका दादरी के 25 में से 14 सभासदों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। भ्रष्टाचार के विरूद्ध कार्रवाई न करने एवं सभासदों की समिति न बनाने से नाराज होकर जिलाधिकारी को इस्तीफा दिया गया। चेयरमैन और अधिशासी अधिकारी के कार्यों पर रोक लगाने की मांग की गई है।
चेयरमैन गीता पंडित ने कहा कि वह समिति बनाने को तैयार है। इसके लिए सभासदों को नगरपालिका बोर्ड में प्रस्ताव रखना होगा। बोर्ड से मंजूरी के बाद शासन को प्रस्ताव भेजकर स्वीकृति ली जाएगी। इस्तीफा देने वाले सभासदों ने आरोप लगाया कि नगरपालिका अधिनियम 1916 एक्ट के अनुसार, बोर्ड को चलाने के लिए 60 प्रतिशत सदस्यों का होना जरूरी है। 25 में से 14 सदस्यों ने इस्तीफ दे दिया है, इसलिए जब तक नए बोर्ड का गठन न हो, तब तक चेयरमैन और अधिशासी अधिकारी के कार्यों पर रोक लगनी चाहिए।
सदस्यों ने कहा कि निर्माण, बिजली, राजस्व, कर आदि की समिति गठित होनी है। समितियों का अध्यक्ष सभासदों में से बनाया जाता है। अभी किसी भी समिति का गठन नहीं किया गया है। यह सभासदों के अधिकारों का हनन है। इसी वजह से 14 सदस्यों ने 16 फरवरी को हुई नगरपालिका बोर्ड की बैठक का बहिष्कार किया था। सदस्यों ने आरोप लगाया कि नियमों का उल्लंघन कर शहर में साप्ताहिक बाजार लगवायें जा रहे हैं। बोर्ड बैठक में मिनट बुक नहीं दिखाई जाती। बिना बहुमत के बोर्ड में प्रस्ताव पास कर दिए जाते हैं।
नगर पालिका की जमीन पर अवैध निर्माण और कब्जे हो रहे हैं।कब्जा करने वालों के विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं की जा रही। खेल के मैदान को समाप्त कर दिया गया है। चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों की तैनाती में भी गड़बड़ी की गई है। निर्माण कार्यों में मानक का पालन नहीं किया जा रहा है। कमिशन के चक्कर में निर्माण सामग्री की गुणवत्ता से समझौता किया जा रहा है। नगरपालिका की जमीन पर अवैध तरीके से कर्मचारियों को भूखंड आवंटित करने का भी आरोप लगाया गया है।
वहीं नगर पालिका चेयरमैन गीता पंडित ने सभी आरोपों को झूठा बताते हुए कहा कि सभी कार्य नियम के तहत किए जा रहे हैं।
सभासदों की कोई मांग है तो उसे सार्वजनिक मंच पर रखने के बजाय बोर्ड में रखें। इस्तीफा देने वालों में सुमित कुमार भारती, आदेश भाटी, प्रमोद कुमार, सनी रावल, सचिन कुमार, संजय रावल, कृष्ण शर्मा, हरीश रावल, रामनिवास विधुड़ी, मौहम्मद, आरिफ, सीमा, कविता देवी आदि शामिल हैं।