बागपत। देर रात पुलिस और एसओजी की संयुक्त अभियान में हुई मुठभेड़ में एक बदमाश के पैर में गोली लगी। गोली लगने से घायल बदमाश बड़ौत के मलकपुर गांव के छात्र यश हत्याकांड में फरार चल रहा था। उस पर 25 हजार रुपए का ईनाम घोषित था। ईनामी बदमाश को रविवार की देर रात्रि एसओजी टीम ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ में गोली लगने से घायल बदमाश को जिला अस्पताल में भर्ती कराया है। आरोपी पर लूट, हत्या, रंगदारी ओर गैंगस्टर सहित लगभग 20 से अधिक मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस टीम ने आरोपी से एक तमंचा दो जिंदा कारतूस भी बरामद की है।
मलकपुर गांव के कक्षा 12 के छात्र यश की हत्या उसी के छोटे भाई हाईस्कूल के छात्र वंश ने गत चार अप्रैल को डेढ़ लाख रुपये की सुपारी देकर कराई थी। यश का शव बड़ौत में छपरौली रोड स्थित रजबहे के पास पड़ा मिला था। सूचना पर एसपी अर्पित विजयवर्गीय के अलावा सीओ हरीश भदौरिया, इंस्पेक्टर एनएस सिरोही, डॉग स्कवाड की टीम भी मौके पर पहुंची थीं।
इस मामले में मृतक के पिता ने अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया था। बाद मे पुलिस ने इस हत्याकांड का सनसनीखेज खुलासा किया था। पुलिस का दावा है कि यश की हत्या उसके ही छोटे भाई हाईस्कूल के छात्र वंश ने डेढ़ लाख की सुपारी देकर धनौरा के बदमाश प्रभास पुत्र सुरेंद्र, भगत निवासी इटावा गांव जनपद मुजफ्फरनगर व गांव के ही एक अन्य युवक से कराई थी।
इस हत्याकांड में पुलिस ने मृतक छात्र यश के भाई वंश ओर आरोपी भगत को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। जबकि 25 हजार के ईनामी बदमाश प्रभास ओर मलकपुर गांव का एक युवक दीपक फरार चल रहा था।
रविवार की देर रात्रि एसओजी टीम को सूचना मिली थी यश कांड में शामिल 25 हजार का ईनामी बदमाश मलकपुर रोड पर खडा है और किसी घटना को अंजाम देने की फिराक में है।
सूचना पर एसओजी टीम मौके पर पहुंची और बदमाश की घेराबंदी की। खुद को घिरा देख बदमाश प्रभास ने पुलिस पर फायरिंग की। जिसके बाद पुलिस की जवाबी फायरिंग में प्रभास पुत्र सुरेंद्र निवासी धनोरा घायल हो गया।